5 दिन, 27 दल, 1 मासूम, 10000 का ईनाम और असंख्य प्रार्थनाएं ! 27 दल अभी तक नहीं ढूंढ पाये ‘‘मॉं की ममता’’ को ? jila asptal se bacchi chori
भारत सागर न्यूज, राहुल परमार, देवास। गत शुक्रवार अलसुबह जिला चिकित्सालय देवास से एक मासूम की चोरी होने की खबर ने सनसनी फैला दी। इसी दिन से पुलिस और प्रशासन ताबड़तोड़ मासूम को ढूंढने के प्रयास में लगा हुआ है। गौरतलब है कि बच्ची को खोजने में कलेक्टर महोदय द्वारा 27 अलग-अलग दलों की टीम बनाई थी जो मामले की अलग-अलग पहलुओं पर जांच करेंगे। इसी के साथ इस प्रकरण में स्वास्थ्य सेवा में लापरवाही एवं अनुशासनहीनता पर देवास सीएमएचओ डॉ एमपी शर्मा, सिविल सर्जन डॉ. विजयसिंह को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। इस मामले से जिला चिकित्सालय की मौजूदा हालत की यथास्थिति भी जिम्मेदारों को मानना पड़ी, क्योंकि सामान्य मामलों में जिम्मेदारों द्वारा इस अस्पताल को केवल कायाकल्प का एक हिस्सा ही माना जा रहा था। लेकिन इस गंभीर प्रकरण ने जिम्मेदारों को जिम्मेदारी से काम करने के लिए मजबूर कर दिया नहीं तो पहले भी खूब निरीक्षण हुए और चाय बिस्किट के साथ निरीक्षण भी समाप्त हो गये । इन निरीक्षणों में कभी सुरक्षा, कैमरों और ड्यटी की जिम्मेदारी का बखान कभी नही सुना और अब निलंबन तक हो गये । इस विषय में और समाचार फिर कभी, हमारा विषय मासूम की खोज प्राथमिक है।
प्रारंभ में लग रहा था कि इस मामले में पुलिस को अतिशीघ्र सफलता मिल जायेगी और बच्ची सकुशल वापस मिल जायेगी। लेकिन घटना के लगभग 5 दिवस बीतने के बाद भी मासूम का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है। हालांकि इस मामले में देवास पुलिस और प्रशासन की टीम दिन रात एक कर दिए हैं। हर छोटे से छोटे पहलू पर दल कार्य कर रहे हैं। मामले में पुलिस को अहम सुराग भी हाथ लगने की लोकचर्चा है। इधर सोशल मीडिया सहित नगर की जनता मासूम के लिए प्रार्थनाएं कर रही है। प्रार्थनाओं के साथ देरी होने के चलते अशुभ समाचारों का भय और चिंता का माहौल भी व्याप्त है। वहीं देवास पुलिस ने इस मामले में एसआईटी गठित कर दी है। साथ ही आरोपी का नाम बताने वाले व्यक्ति को 10000 रुपये के ईनाम की घोषणा भी की है।
देखना होगा कि पुलिस के लिए चैलेंज बन गए इस प्रकरण में पुलिस को कब सफलता प्राप्त होती है। क्योंकि मामले में असंख्य प्रार्थनाएं हैं जो मासूम के सकुशल होने के लिए की जा रही हैं।
Comments
Post a Comment