निलंबित पटवारी को बहाल किए जाने की मांग को लेकर पटवारी पहुंचे कलेक्ट्रेट, सौंपा ज्ञापन
- 25 फरवरी तक बहाल नही किया गया तो उज्जैन संभाग के समस्त जिले में होगा उग्र आंदोलन
देवास। मप्र पटवारी संघ के देवास जिलाध्यक्ष पटवारी धर्मेन्द्र चौबे के निलंबन को निरस्त कर बहाल किए जाने की मांग को लेकर जिले, प्रांत व संभाग के पटवारियों ने संघ के प्रांताध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल के निर्देशानुसार सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और जमकर नारेबाजी कर संभागायुक्त उज्जैन के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। संघ के सभागाध्यक्ष हेमंत सोनी ने बताया कि जिला कलेक्टर द्वारा मप्र पटवारी संघ जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र चौबे (पटवारी, तहसील, सतवास, अनुभाग कन्नौद, जिला देवास) को उनके जिलाध्यक्ष पद के कर्तव्यों को उनके पदीय कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही व अनुशासनहीनता को बताते हुए निलंबित कर दिया, जो कि सरासर गलत है। पटवारी चौबे पर लगाए गए आरोप असत्य है, क्योंकि उनके द्वारा उनके प्रभार क्षेत्र (हल्का) के सभी कार्यो को तय समय सीमा में पूर्ण किया गया। ऐसे में उनके द्वारा अपने अन्य साथियों को कार्य न करने के लिए कहना या मना करना यह बात असत्य है। चौबे को किसी भी प्रकार का कारण बताओं सूचना पत्र भी नही दिया गया। कारण बताओं सूचना पत्र नही देते हुए पटवारी चौबे को निलंबित किया जाना नियमों वर्गीकरण नियमों के अंतर्गत व संविधान अनुच्छेद 311 का उल्लंघन है। पटवारी चौबे ने अपनी तहसील में पदस्थ किसी भी अधिकारी के साथ अभद्र व्यवहार व अभद्र भाषा का उपयोग नही किया। चौबे ने व्हाट्सएप ग्रुप पर पोस्ट डालकर पटवारियों को सिर्फ अपने कार्यो के प्रति प्रोत्साहित करने का कार्य किया। चौबे के प्रोत्साहन से जिला देवास जो दिसंबर माह में पूरे मप्र में अंतिम पांच जिलो में था जो बढक़र माह जनवरी में 33वें स्थान पर आ गया था तथा आज दिनांक को संभवत: प्रथम 25 जिलों में शामिल है। पटवारी चौबे ने अधिकारियों को पटवारी संवर्ग की जिन समस्याओं को लेकर विरोध दर्ज कराया था वह संसाधनों को लेकर था जो मप्र पटवारी संघ के प्रांतीय आह्वान एवं दिशा निर्देश पर था। मप्र पटवारी संघ ने मांग की है कि पटवारी संघ जिलाध्यक्ष पटवारी धर्मेन्द्र चौबे को शीघ्र बहाल किया जाए। 25 फरवरी तक बिना शर्त के पटवारी चौबे को बहाल नही किया जाता है तो उज्जैन संभाग के समस्त जिले में उग्र आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन के पूर्व बैठक भी हुई, जिसमें आगामी रूपरेखा पर विचार विमर्श हुआ। ज्ञापन के दौरान उप प्रांताध्यक्ष कैलाश सिंह राजपूत, प्रदेश संगठन मंत्री तारेन्द्र सिंह हिरावत, उज्जैन जिलाध्यक्ष भगवान सिंह यादव, उज्जैन पटवारी विरेश उपाध्याय, सुनील गंगवार, आशीष कुमावत, जिला सचिव मोहन राठौर, प्रांतीय प्रवक्ता किशोर जावरे, जिला कोषाध्यक्ष दिलीप जाट सहित समस्त तहसीलों के तहसील अध्यक्ष व महिला पुरूष पटवारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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