मना करने के 30 दिन बाद कर दिया लोन, व्यापारी को एसबीआई के मेनेजर ने लगाई 1 करोड़ की चपत


फर्जी पते से खोल लिया बैंकर ने खाता,  लोन लेने से मना करने के 30 दिन बाद बगेर सहमती के कर दिया लोन,  एक करोड़ की राशी भी कर दी गायब,  लगभग 24 घंटे बाद ट्रांजेक्शन का मेसेज आया इससे यह प्रतीत होता हे की मेनेजर ने पूरी सोची समझी धोकाधडी की हे

देवास- देश का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया का आये दिन फर्जीवाडा धोका धडी सामने आती रहती हे, और सम्बंधित अधिकारी कर्मचारी को सजा भी मिलती हे मगर फिर भी कुछ लालची अधिकारी सुधरने का नाम नही लेते, ऐसा ही मामला देवास स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया शाखा एस एम् इ का प्रकाश में आया हे एक युवा व्यपारी को स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया शाखा एस एम् इ देवास के पूर्व मुख्य प्रबंधक श्री सुशील अग्रवाल के द्वारा असहमति के बावजूद एक करोड़ का लोन कर धोका धडी पूर्वक कही और ट्रांसफर कर दिया आपको बता दे की एक व्यापारी शुभम धनेचा प्रो. महाकाल मोटर्स 5/29 शिक्षक कालोनी शाजापुर अधिकृत विक्रेता जान डियर ट्रेक्टर्स ने स्टेट बैंक में लोन के लिए आवेदन किया था जिसपर बैंक ने 1 करोड़ की (CC) केश क्रेडिट लिमिट और 50 लाख की(BG) बैंक गारंटी स्वीकृत कर दी इसके उपरांत बैंक मेनेजर ने दिनाक 22 फरवरी 2020 को शुभम को प्रापर्टी बैंक के नाम रजिस्टार कार्यालय में बंधक करने का बोला मेनेजर के कहे अनुसार शुभम ने प्रापर्टी बैंक के नाम बंधक करवादी और बैंक मेनेजर ने शुभम को 26 फरवरी को बैंक आने का कहा और बोला की बची हुई कार्यवाही पूर्ण कर आपके खाते में राशी ट्रांसफर कर देगे 26 फरवरी 20 को हितग्राही शुभम ने बैंक जाकर सारी कार्यवाही पूर्ण कर ली और शाम को बैंक मेनेजर से CC की राशी अपने खाते में डालने का बोला तो बैंक मेनेजर ने असिस्टेंड मेनेजर से बात की तो उन्होंने बताया की प्रोसेसिंग फीस रूपए 50 हजार के लगभग बन रही हे, आप आपके खाते में जमा करवा दो 
जब शुभम ने रूपए आज नही होने की वजह से दुसरे दिन जमा करने का बोला तो मेनेजर ने एक करोड़ की लोन राशी प्रोसेसिंग फीस जमा होने के बाद ट्रांसफर करने की बात कही इसमें शुभम को कोई आपत्ति नही थी मगर जब 50 लाख के BG पत्र की मांग  की तो बैंक मेनेजर सुशील अग्रवाल ने बोला की BG में 25% FD लगेगी तो हितग्राही शुभम ने बोला आपने यह बात पहले नही बताई इस बात पर शुभम और बैंक मेनेजर के बीच काफी चिल्ला चोट हो गयी और हितग्राही शुभम ने उसी समय मेनेजर को मोखित तोर से लोन लेने से मना कर दिया तो मेनेजर ने चिल्लाते हुये बोला मुझे भी शोक नही हे लोन देने का नही लेना तो बैंक की रजिस्टर्ड मेल आयडी पर आपकी रजिस्टर्ड मेल आयडी से मेल कर दो दिनाक 28 फरवरी को शुभम धनेचा ने मेल कर लोन लेने का मना कर दिया मगर दिनाक 31- मार्च 2020 को शुभम के मोबाइल पर एक संदेश आया की आपके खाते में रूपए 1 करोड़ ट्रांसफर हुए हे जिसे शुभम ने अपने पिताजी को बताया तो उन्होंने बैंक मेनेजर से फोन पर संपर्क करना चाहा मगर मेनेजर ने फोन नहो उठाया और उसके कुछ देर बाद ही एक और संदेश आया की मेरे खाते से यह राशी कही और ट्रांसफर कर दी फिर मेनेजर को काल किये मगर उन्होंने फोन नही उठाया और लॉक डाउन की वजह से देवास आना संभव नही था फिर उच्य अधिकारियो को भी मेल मेसेज ट्विट किये मगर काफी दिन तक किसी का रिप्लाय नही आया काफी समय बीत जाने के उपरांत हितग्राही बैंक जाकर मेनेजर से मिला तो उन्होंने बोला की इस राशी को रिवर्स करने की बात चल रही हे समय लगेगा आप शांति रखिये और कुछ दिन में बैंक मेनेजर ने देवास से अपना ट्रांसफर करवा लिया जिससे  हितग्राही परेशान हो रहा हे और शासन प्रशासन से दोषी अधिकारियो को दण्डित करने की मांग के साथ ही उस पर बैंक द्वारा फर्जी तरीके से चड़ाए गये भार को शून्य करने की मांग करता हे उक्त जानकारी शुभम धनेचा के अधिवक्ता श्री दीपक चोधरी ने दी

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