आबकारी विभाग की लगातार कार्रवाइयों के बाद टेंशन में शराब माफिया ....?
भारत सागर न्यूज़, देवास । आबकारी विभाग द्वारा लगातार जिले में कार्रवाई की जा रही है । गौरतलब है कि भारत सागर द्वारा भी लगातार अवैध शराब और उसके परिवहन पर समाचार प्रकाशित किये जा रहे हैं। आबकारी विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई से अवैध शराब का परिवहन और विक्रय करने वालों में दहशत फैल गई है। बता दे पिछले कई दिनों से आबकारी विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई जारी है।
स्कूटी पर अवैध मदिरा का परिवहन करते आबकारी विभाग ने पकड़ा तो मिले 50 पाव ...
जिले में कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला ने निर्देशानुसार आबकारी विभाग द्वारा अवैध मदिरा के निर्माण, संग्रहण, परिवहन तथा विक्रय करने वालो के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में प्रभारी सहायक आबकारी आयुक्त आर. पी. दुबे के मार्गदर्शन में वृत्त देवास ब ने अवैध रूप से परिवहन की जा रही देशी मदिरा प्लेन के कुल 50 पाव जप्त किये और मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। जप्त मदिरा एवं वाहन का बाजार मूल्य लगभग 63 हजार 750 रुपए है। कार्यवाही में आबकारी उपनिरीक्षक डी. पी. सिंह, प्रेम नारायण यादव, मुख्य आरक्षक राजाराम रैकवार, आरक्षक नितिन सोनी, आशीष गुप्ता, दीपक टटवाडे शामिल थे। आबकारी विभाग द्वारा जिले में इस प्रकार की कार्यवाही लगातार जारी रहेगी।
इसी तरह वृत्त सोनकच्छ के ग्राम ओड मे तालाब के पास जंगल मे एवं ग्राम खरपडी, बाबई एवं पुष्पगिरी के पास सवेरा ढाबा मे कार्यवाही की गई । कार्यवाही में कुल 32 पाव प्लेन देशी मदिरा एवं 08 बियर की बोतल जप्त की गई और लगभग 1600 लीटर महुआ लहान जप्त कर नष्ट किया गया । जप्त समस्त सामग्री की कीमत 83600 रु है । कार्यवाही में कुल 06 प्रकरण मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 34(1) के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिये गये।
उक्त कार्यवाही में आबकारी उपनिरीक्षक सुश्री राजकुमारी मण्डलोई एवं आबकारी आरक्षक गोविंद बड़ावदिया सम्मिलित थे।
वहीं आबकारी वृत्त टोंक खुर्द के खरेली, कलमा टोंक खुर्द तथा हाईवे स्थित ढाबों पर चेकिंग की गई जिसमें 05 प्रकरण मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 34(1) एवं 16(4) सी के तहत पंजीबद्धकर विवेचना में लिये गया। जिसमें 45 पाव देशी मदिरा तथा 05 लीटर हाथ भट्टी मदिरा जप्त किया गया। जप्त सामग्री का बाजार मूल्य 4375 रूपए बताया गया है।
कार्यवाही में आबकारी उपनिरीक्षक प्रेम यादव, आबकारी मुख्य आरक्षक राजाराम रैकवार, आरक्षक बालकृष्ण जायसवाल, नितिन ने भूमिका निभाई।
वैसे आबकारी विभाग की यह कार्रवाईयां लगातार जारी है लेकिन उक्त जप्त माल किस ठेकेदार का है, यह अभी तक पता नहीं चल सका। खैर देखना होगा कि आबकारी विभाग की कार्यवाहियों के बाद अवैध शराब के परिवहन और विक्रय पर कितना प्रभाव पडे़गा या फिर यह कार्यवाहियां भी रुटिन के बतौर देखा जाएगा ?
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