चुनाव निरस्ती से सरपंच प्रत्याशी राठौर हुए निराश , सालों से लगे हैं क्षेत्र की सेवा में
भारत सागर न्यूज , देवास । मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव निरस्ती के बाद सरपंच, जनपद सदस्य और जिला पंचायत प्रत्याशी सभी परेशान हैं। चुनाव चिन्ह बंटने के साथ ही प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार के लिए बैनर-पोस्टर भी बनवा लिए या बनाने के ऑर्डर दे दिए। अब चुनाव निरस्त होते ही कई प्रत्याशी प्रिटिंग प्रेस से सामग्री नहीं उठा रहे हैं। दूसरी ओर इस चुनाव के लिए काफी समय से अपने क्षेत्रों में काफी सक्रिय भी थे।
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव निरस्त के आदेश होते ही प्रत्याशियों में निराशा छा गई । कई प्रत्याशियों ने इस चुनाव के लिए काफी समय से अपना व्यापक प्रचार प्रसार किया था । कई सालों की मेहनत के बाद उनके चुने जाने की संभावना भी थी लेकिन उनके अरमानों पर पानी फिर गया । चुनाव पर आये इस ग्रहण का असर इतना रहा कि मध्यप्रदेश के कई सरपंय मुख्यमंत्री के पास अपनी मांगों को लेकर पहुंच गये । कुछ ऐसी ही व्यथा एक प्रत्याशी ने व्यक्त की है । दरअसल ग्राम गदईशा पिपलिया के सरपंच पद के प्रत्याशी दिनेश राठौर ने कई सालों से ग्राम की सेवा की। इस क्षेत्र की पंचायत में गदईशा पिपलिया और हवनखेड़ी के वोटर्स हैं। ग्रामीणों के हौंसले मिलने के बाद चुनाव में किस्मत आजमाने गये ही थे कि चुनाव निरस्त हो गये । । राठौर ने बताया कि वे पिछले कई वर्षों से क्षेत्र के लोगों की सेवा करते आ रहे हैं । जनप्रतिनिधि नहीं होने के बावजूद कई विकास कार्यों की सौगात के लिए मेहनत की लेकिन जब उनकी मेहनत का फल आने वाला था , ऐन वक्त पर चुनाव निरस्त हो गये । राठौर के अनुसार उन्होंने इस चुनाव के लिए वर्षों से अब तक लाखों रुपये खर्च कर दिए और चुनाव की सामग्री के ऑर्डर अलग दे दिए । कई लोगों के ऑर्डर मना करना पड़े । हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव हो न हो वे हमेशा क्षेत्र की जनता के लिए सेवा में तत्पर रहेंगे ।
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