शहीदों को समर्पित भागवत कथा में पहुंचे शहीद विपिन रावत के करीबी रिश्तेदार ...
सूर्य विजय हनुमान मंदिर में भक्तिमय वातावरण देश भक्ति में हुआ परिवर्तित
देवास। सूर्य विजय हुनमान मंदिर पर विगत छ: दिन से महिला मंडल द्वारा भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा। यह भागवत कथा विगत दिनों सीडीएस जनरल शहीद विपिन रावत उनकी पत्नी के साथ जो सैनिक तमिलनाडु के कुन्नूर में नीलगिरी पर्वत पर विमान क्रेश हुआ था उनकी आत्म शांति के लिए शहीदों को समर्पित की जा रही है।
रविवार को सूर्य विजय हनुमान मंदिर पर महिला मंडल के आमंत्रण पर शहीद विपिन रावत के करीबी रिश्तेदार भोपाल देवास पहंचे और भागवत कथा के दौरान शहीद विपिन रावत की पत्नी सहित सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देकर श्रद्धासुमन अर्पित कर सेल्यूट किया। इस दौरान पुरा भक्तिमय वातावरण देश भक्ति में परिवर्तित हो गया।
भागवत कथा के दौरान महिला मंडल की सदस्यों ने बताया कि शहीद विपिन रावत की बहन के देवर मेजर जनरल तेजपालसिंह रावत कथा में पहुंचे और कथा के दौरान शहीद विपिन रावत के बारे में अपने विचार प्रकट कर अपने बारे में भी वहां मौजूद लोगों के बीच जानकारी साझा की।
धन्य है वह लोग जो जिनकी वर्दी पहनकर गति होती है.....
देश के वीर जवानों को समर्पित भागवत कथा को सुनकर कहा कि देवास में भागवत कथा की जा रही है प्रार्थना की जा रही है, पूजा की जा रही है। धन्य है वह लोग जो जिनकी वर्दी पहनकर गति होती है, उनका आदर सत्कार करते है। साथ ही उन्होंने भागवत कथा के आयोजकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कथा के दौरान मेजर रावत ने भगवान की आरती की साथ ही अंत में राष्ट्रगान भी हुआ था। उन्होंने यह भी बताया कि वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र है उन्होंने भारतीय सेना में कई पदों पर वर्षो तक देश की सेवा की है। जनरल रावत ने बताया कि 17 दिसंबर 1953 को उन्हें 52 इंजीनियर रेजीमेंट में नियुक्त किया गया था जहां उन्होंने देश के लिए कमान संभाली थी। वर्तमान में वह सेवानिवृत हो चुके है।
अमर जवान स्तंभ बनाया
शहर के सरदार पटेल मार्ग पर सूर्य विजय हनुमान मंदिर में इस बार भागवत कथा का आयोजन महिला मंडल द्वारा किया जा रहा हैं, जो सीडीएस जनरल विपिन रावत उनकी पत्नी के साथ जो सैनिक तमिलनाडु के कुन्नूर में विमान हादसे में शहीद हुए उनकी आत्म शांति के लिए किया जा रहा है। जहां सभी शहीदों के फोटो के साथ अमर जवान स्तंभ भी बनाया गया है। जहां पंडित सुभाष शर्मा के मुख से भागवत कथा आयोजित की जा रही है। रविवार को हुई भागवत कथा के अंत में राष्ट्रगान के साथ छटे दिवस का समापन हुआ था।
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