नियमों के विरुध्द संचालित होने वाले अहातों पर क्यों मेहरबान आबकारी विभाग ?
देवास, राहुल परमार। महुआ लहान पर कार्यवाही कर अक्सर प्रेस नोट के माध्यम से छाये रहने वाला विभाग नियमों के विरुध्द चलने वाले अहातों पर कार्यवाही करने में क्यों असमर्थ है ? यह अभी तक प्रश्न का विषय बना हुआ है जबकि जिले के अन्य विभाग अपने-अपने टारगेट पूरे किये जा रहे हैं। नगर निगम, पुलिस विभाग के प्रकरणों का निपटान आदि कई विभाग अपने पेंडेंसी निपटाने में लगे हुए हैं। साथ ही जिलेभर में कोविड से बचने के लिए कई जागरुकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं यहां तक जिले के कलेक्टर और एसपी तक पैदल मार्च कर रहे हैं। इधर आबकारी विभाग के मात्र 5 किमी की परिधि में आने वाले अहातों पर नियम अनुसार कई खामियां हैं, जिन्हें देखने के बाद भी विभाग आंख बंद किये सब चलने दे रहा है। वैसे तो गिनती की शराब दुकानों पर विभाग द्वारा अहातों की अनुमति दी गई है लेकिन लगभग हर दुकान के साइड में एक अहाते का संचालन किया जा रहा है। यही नही जिन देशी शराब की दुकानों को लायसेंस के साथ अहाते की अनुमति दी गई हैं वहां पर भी देशी की अनुमति पर विदेशी शराब परोसी जा रही है। ऐसी स्थिति में कम राजस्व में बड़ा काम करने की मौन सहमति भी बिना विभाग के संरक्षण के संभव नही है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि उक्त अहातों को केवल एक तल की ही अनुमति दी गई है लेकिन शहर के अहाते दो तलों पर संचालित किये जा रहे हैं। इनके अतिरिक्त कुछ नेताओं के संरक्षण में देवास शहर के कई रेस्टोरेंट अहाते बन चुके हैं जिन पर विभाग की नजर तो है लेकिन कार्यवाही करने में असमर्थता भी है। ऐसे में कहीं शहर में अवैध व्यापार को पनपने में विभाग की मौन सहमति तो नही ? वरना 5 किमी परिधि के दायरे में दर्जनों अवैध अहाते और वैध अहातों पर अनियमितताओं का अंबार न दिखता। स्पष्ट है कि इन पर कार्यवाही करने में विभाग असमर्थ है या फिर जिम्मेदारों की मेहरबानी से ही इनका गुजर बसर हो रहा है।
इन अनियमितताओं के अलावा एक और गंभीर मुद्दा भी है जिसे सबसे प्राथमिकता पर रखा जाना चाहिये वो है सुरक्षा। इस बिंदु को भारत सागर न्यूज के अगले समाचार में प्रसारित किया जाएगा।
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