सत्संग में विशाल रक्तदान शिविर व अध्यात्मिक सत्संग समारोह
- सत्संग में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन
- जीने की राह पुस्तक से मिल रही है प्रेरणा
- भक्तों ने 80 यूनिट ब्लड डोनेट किया।
देवास,मध्य प्रदेश के जिला देवास ग्राम देवगुराड़िया में जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज का विशाल सत्संग समागम का आयोजन रखा गया। तहसील टोकखुर्द गांव देवगुराड़िया में इस विशाल सत्संग में पवित्र धर्म के पवित्र सद ग्रथ पवित्र गीता जी, पवित्र बाइबल, पवित्र कुरान, पवित्र गुरु ग्रथ साहेब, पवित्र 4 वेद, पवित्र 18 पुराण, पवित्र छह शस्त्रों के आधार पर अनुयायियों को शास्त्र भक्ति मार्ग पर चलने की प्रेणा दी, शास्त्र में छुपे गुड़ रहस्य को उजागर करते हूए।समाज मे फेल रही कुरीतियां बुराइया,नशा,चोरी, रिश्वत खोरी, भ्रूणहत्या,आये दिन हो रहे अपराध पर रोक लगाने के लिये सद भक्ति का मार्ग दर्शाया भक्त वीष्णु दास ने बताया धरती पर अवतार संत रामपाल जी महाराज का उद्देश्य विश्व को सद भक्ति देकर मोक्ष प्रदान करवाना है व युवाओं में नैतिकता व आध्यात्मिक जागरूकता लाना,समाज मे जाती,पाती के भेद भाव को मिटाना समाज में हर प्रकार के नशे को दूर करना, समाज से दहेज जैसी कुरीति को जड़ से खत्म करना, ऐसी कई बुराईय समाज मे फेल रही है इन सब को खत्म करने के ऊफर जोर देते हुवे सत्संग का आयोजन रखा गया सत्संग में बताया ऋग्वेद मण्डल नम्बर 9 सूक्त 81 82 परमात्मा साकार है सशरीर है मनुष्य दृश्य है वह ध्रुव लोक में रहता है। वह परमात्मा अछि आत्माओं को मिलता है वह परमात्मा कौन है कहा रहता है कैसे मिलता है उसे पाने की विधि क्या है ब्रह्मा विष्णु महेश किसकी भक्ति करते हैं हमें जन्म देने व मारने में किस प्रभु का स्वार्थ है हम सभी देवी देवताओं की इतनी भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यों रहते हैं परमात्मा साकार है या निराकार,ऐसे कई गूढ़ रहस्य जो सत्संग के माध्यम से श्रद्धालुओं तक पहुंचाएं संत रामपाल जी महाराज का तत्व ज्ञान सुनकर 5 श्रद्धालुओं ने नाम दीक्षा ली व सभी बुराइयों का त्यागकरके आजीवन भक्ति मार्ग पर चलने की शपथ ली। सत्संग में विशाल रक्त दान शिविर का भी आयोजन किया गया जिसमे भक्तों के द्वारा 80 यूनिट ब्लड डोनेट भी किया गया।
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