भाजपा नेता का विडियो वायरल होने पर पत्रकार के कार्यालय में की तोडफ़ोड़..........


झूठी रिपोर्ट पर पत्रकार संगठन ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा 



देवास। उत्तर प्रदेश की तर्ज पर अब मध्यप्रदेश में भी राजनैतिक दबाव पत्रकारों के ऊपर पुलिस के द्वारा बनाया जा रहा है। केन्द्र से लेकर मध्यप्रदेश तक में भाजपा का राज बना हुआ है। ऐसी स्थिति में लगातार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को दबाने का प्रयास भी किया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला शहर के पत्रकार साथी के साथ हुआ जहां उसके कार्यालय पर भाजपा नेता ने तोडफ़ोड़ की साथ ही उसके खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। मामले को लेकर पत्रकार संगठनों ने शनिवार को पुलिस अधीक्षक को जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है।

गत दिनों एक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिस पर एक भाजपा नेता विजेन्द्र राणा ने पत्रकार मोहनीश वर्मा को धमकाया साथ ही उनके कार्यालय में आकर तोड़-फोड़ कर दी थी। जिसके बाद पत्रकार ने इस मामले की रिपोर्ट औद्योगिक थाने पर की थी। इस मामले को लेकर भाजपा नेता ने भी पत्रकार के विरूद्ध एससीएसटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कराया है। इस मामले को लेकर शनिवार दोपहर में पत्रकार साथी एकजुट होकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे जहां पत्रकारों ने ज्ञापन पुलिस अधीक्षक को सौंपा था। पत्रकार मोहनीश ने बताया कि शुक्रवार को औद्योगिक क्षेत्र थाने में मारपीट का प्रकरण भाजपा नेता के खिलाफ दर्ज करवाया, उसके डेढ़ घंटे बाद पुलिस ने पत्रकार के खिलाफ ही मारपीट और एट्रोसिटी एक्ट के तहत उल्टा मुकदमा दर्ज कर दिया। बताया जा रहा है कि मामले में एक विधायक और भाजपा नेताओं के कहने पर पुलिस ने यह प्रकरण पत्रकार पर दर्ज किया है।

यह था मामला 

गत दिवस 26 अगस्त को एबी रोड़ जवाहर नगर स्थित राज टॉवर अंग्रेजी कलाली के आहते के ऊपर से एक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें एक भाजपा नेता विजेन्द्र राणा को किसी के साथ मारपीट कर देखा गया था। उक्त विडियो वायरल होने के बाद विजेन्द्र राणा पत्रकार मोहनीश के पास राज टॉवर स्थित कार्यालय पर आया था, जिसके बाद इस बात को लेकर पत्रकार मोहनीश वर्मा के साथ भाजपा नेता ने मारपीट कर उसके कार्यालय में तोडफ़ोड़ कर दी थी। इस बात की रिपोर्ट औद्योगिक थाने पर पत्रकार मोहनीश वर्मा ने कराई थी, जिस पर पुलिस ने धारा 452, 294, 506, 427 में अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया था। वहीं इसके चलते कल भाजपा नेता विजेन्द्र राणा ने उक्त मामले को लेकर औद्योगिक थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई की पत्रकार मोहनीश वर्मा, आशू खान, सहित दो अन्य साथियों ने गालियां देकर मारपीट कर जान से मारने की धौंस दी एवं रिपोर्ट करने जाने से रोका व जाति सूचक शब्दो से अमपनित किया था। जिस पर पुलिस ने धारा 294, 323, 324, 506,190, 34 भादवि 3(1)(द) 3(1)(ध), 3(2)(वीए) एससी/एसटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है। इस मामले को लेकर पत्रकार मोहनीश वर्मा ने बताया था कि उनके खिलाफ भाजपा नेता विजेन्द्र राणा ने झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसको लेकर शनिवार को पत्रकार संगठन ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा था। 

यह दिया ज्ञापन

इस संबंध में पत्रकार संगठनों ने पत्रकार मोहनीश वर्मा व उसके अन्य साथियों के खिलाफ पुलिस ने बगैर किसी जांच एससी-एसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया था। इसी तरह जिले के कांटाफोड़ थाने पर पत्रकार के साथ थाना प्रभारी लीला सोलंकी ने बगैर किसी जांच के प्रकरण दर्ज किया था, दोनों ही मामलों को लेकर पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह से प्रकरणों की निष्पक्ष जांच कर खात्मा करने की बात कही है। 


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