उज्जैन महाकाल मंदिर में सालों में पहली बार हुआ ऐसा....नागपंचमी पर नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट खुले और श्रद्धालुओं पर रहा प्रतिबंध....!

 रिपोर्ट-प्रियंक, उज्जैन

  • उज्जैन महाकाल मंदिर में सालों में हुआ पहली बार हुआ ऐसा
  • नागपंचमी पर खुलने वाले नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट खुले और श्रद्धालुओं पर रहा प्रतिबंध
  •  ऑनलाइन माध्यम  से ही कराए गए श्रद्धालुओं के दर्शन
     






कोरोना संक्रमण ने जहां अर्थव्यवस्था को डांवाडोल कर दिया है वहीं आस्था के कदम को भी पूरी तरह से रोक दिया है। वर्ष में एक बार खुलने वाले आस्था के सबसे बड़े मंदिर महाकालेश्वर के तृतीय तल पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर के पट आज रात 12 बजे खोले गए ।  यह पहला अवसर था जब आम श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश नहीं दिया गया सिर्फ ऑनलाइन ही श्रद्धालुओं के दर्शन चालू  रहे । परंपरा अनुसार रात को नागचंद्रेश्वर की शासकीय पूजा हुई और अनवरत 44 घंटे के लिए पट को खोल दिया गया । 

 धार्मिक नगरी में विश्वप्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के तृतीय तल पर स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट वर्ष में एक बार नागपंचमी के अवसर पर खोले जाते हैं। प्रतिवर्ष यहां आस्था लेकर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या से रिकार्ड टूटता है। लेकिन  इस बार यह  पहला मौका था जब नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट तो खुले  लेकिन मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं की कतार नहीं लगी। आम श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश पर जिला प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया । ओर श्रद्धालुओं के लिए घर बैठे ऑनलाइन दर्शन की वयवस्था की गई है। 

आस्था की हर परंपरा को धार्मिक नगरी में पूरा किया जा रहा है। लेकिन श्रद्धालुओं की उपस्थिति पर रोक लगी हुई है। महाकाल मंदिर आने वाले बाहरी श्रद्धालुओं पर पहले ही रोक लगाई जा चुकी है। जिसके चलते नागपंचमी पर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु इस बार दिखाई नहीं  दिए । 

लगातार समाचारों 📰 के लिए जुड़े रहिये हमारे साथ हमारे whatsapp news group को join कीजिये

https://chat.whatsapp.com/IfOqWrlymiEAVnI8n2tjaF




Comments

Popular posts from this blog

हाईवे पर होता रहा मौत का ख़तरनाक तांडव, दरिंदों ने कार से बांधकर युवक को घसीटा

7 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ धराये तहसीलदार, आवेदक से नामांतरण के लिये मांग रहे थे रिश्वत ! Tehsildar caught red handed taking bribe of Rs 7 thousand, was demanding bribe from the applicant for name transfer!

सज्जन वर्मा के बाद देवास से मनोज परमार का नाम पैनल में