पूर्णाहुति के साथ हुआ विश्व शांति महायज्ञ संपन्न.....
पूर्णाहुति के साथ हुआ विश्व शांति महायज्ञ संपन्न
सोनकच्छ-नगर के जैन मंदिर में अष्ट दिवसीय श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान 16 जुलाई से 24 जुलाई तक आयोजित किया गया, महामंडल विधान के अनुष्ठान मे नित्य प्रतिदिन प्रातः बेला मे श्रीजी की शांतिधारा, कलशाभिषेक, नित्य नियम पूजन के साथ मंत्रीत जल एवं पीली सरसों से मंडल की शुद्धि कर देवी स्तुति आमंत्रण कष्ट निवारक अर्चना आचार्य निमंत्रण क्रियाओ के साथ इंद्र बने सुपात्र व श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान का पूजन अत्यंत भक्ति भाव के साथ किया गया इस दौरान गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आचार्य गुरुवर श्री 108 विद्यासागर जी महामुनि राज के चित्र के समक्ष पूजन अर्चन भी किया गया।प्रतिदिन तत्वार्थ सूत्र का वाचन तथा शास्त्र स्वाध्याय की प्रक्रिया को मूर्त रूप दिया। मंडल विधान के दौरान जाप में बैठे श्रेष्ठ जनों द्वारा 1 लाख 92 हजार 348 बार मंत्रोच्चारण कर जाप किया गया। शनिवार को अभिषेक एवं शांति धारा पुजन विधान के बाद इंद्रा-इंद्राणी जाप मे बैठे श्रेष्ठ जनों द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञ कुंड में पूर्णाहुतिया दी गई विश्व शांति कामनाएं की समाज के सभी श्रद्धालुओं ने विश्व शांति महायज्ञ के साथ आठ दिवसीय श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान का विसर्जन किया गया।
इस दौरान विधान पर मंत्रोच्चार के साथ प्रतिष्ठित मंगल कलशो की बोलियां लगाई गई विधान की सभी क्रियाएं प्रवीण मोदी एवं धर्मेंद्र पोरवाल जैन ने मंत्रोचार के जरिए पूर्ण कराया।
शांतिधारा व सिद्धकलश लेने का सौभाग्य:- प्रवीण मोदी, सुरेश चंद सेठी, ऋतुराज जैन, ऋषभ मोदी, अशोक पोरवाल, हीरालाल बाकलीवाल, राजेश राहुल पोरवाल, रमेश,अशोक दिलीप पोरवाल इसी प्रकार जाप व सिद्ध कलश के पुण्यार्जक आशीष रमेश चंद जी जैन, सुरेश चंद ऋतुराज जैन,अंशुल दिलीप पाटोदी, वीरेंद्र दिलीप कुमार पाटोदी, नरेंद्रमुन्ना पाटनी, सतीश पाटोदी के मीला।
संध्या को भाव कीर्तन के साथ संगीत मय हुई आरती...
आठ दिवसीय विधान के दौरान संध्या मे इंद्र बने पात्र परिवारों ने अपने घर से आरती की रंग बिरंगी थाल सजाकर देवेंद्र की वेशभूषा मैं ढोल धमाके के साथ आरती निकाली बड़ी तादाद में समाज जनो द्वारा आरती के साथ जिन मंदिर में पहुंच कर श्री जी के सम्मुख संगीत में आरती की गई ।
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