सावधान ! देवास में भी सक्रिय है Remdesivir की कालाबाजारी करने वाली गैंग ! नर्स और कंपाउंडर कर रहे थे हजारों में सौदा ...?
प्राइम हास्पिटल की नर्स व कंपाउंडर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कर रहे थे कालाबाजारी..?
पुलिस ने दोनों को रंगेहाथों किया गिरफ्तार, आरोपियों के पास से इंजेक्शन भी जब्त !
भारत सागर न्यूज़, देवास। आपदा में भी अवसर तलाशने वालों की कमी नहीं है। ऐसे कई लोगो की धरपकड़ इंदौर और कई बड़े शहरों में हुई है । इस बार देवास में भी इस तरह का कारनामा करने वाले लोगो को पुलिस ने धरदबोचा है। कोरोना संक्रमण के चलते जहां एक और लोग ऑक्सीजन व रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए भाग दौड़ करने में लगे हुए हैं। वहीं दूसरी और कालाबाजारी करने वाले भी बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे लोग आपदा में अवसर तलाश रहे हैं और जरूरतमंद को लूटने का भरसक प्रयास करते हैं। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया जहां हॉस्पिटल की नर्स व कंपाउंडर कोतवाली थाना क्षेत्र में उत्कृष्ट विद्यालय के पास रेमेडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि उत्कृष्ट विद्यालय में कोरोना की जांच के लिए पिछले दिनों केन्द्र बनाया है। इसी के चलते दोनों यहां पर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते पाए गए थे। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पुलिस ने दोनों आरोपियों के विरूद्ध मप्र ङ्रग कंट्रोल सहित अन्य धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है।
आपदा में अवसर तलाशकर कालाबाजारी जोरों पर चल रही है। शहर में कई प्रतिष्ठान भी है जहां पर कालाबाजारी का गौरखधंधा चल रहा है। वैसे वर्तमान में कोरोना संक्रमण के चलते लोगों को ऑक्सीजन व रेमेडेसिविर इंजेक्शन की आवश्यकता है। जिसके चलते जिसे जहां से ऑक्सीजन व इंजेक्शन मिल जाता है उसके मरीज का उपचार हो जाता है। पिछले ही दिनों प्रभारी मंत्री उषा ठाकुर ने कहा था क
कि कालाबाजारी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। कल शाम को ही उत्कृष्ट विद्यालय के समीप रेमेडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए एक युवती व एक युवक को कोतवाली थाना पुलिस ने सूचना के आधार पर धरदबोचा है। पुलिस ने बताया कि युवती पूजा पिता देवीसिंह कलासिया उम्र 20 साल नि. ग्राम बारोली थाना सोनकच्छ हाल मुकाम 66 राजाराम नगर सिविल लाइन स्थित प्राइम हॉस्पिटल में नर्स का है व इसका साथी अंकित नि. मेंढकी अस्पताल में कंपाउंडर के पद पर कार्यरत है। पुलिस को सूचना मिली थी कि यह दोनों रेमेडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे हैं। जिस पर पुलिस ने दोनों को मौके से गिरफ्तार कर इनके पास से इंजेक्शन बरामद किए है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ धारा 269, 270, 34 भादवि 53/57 आपदा अधि.धारा 3 महामारी अधि धारा3/7 आवश्यक वस्तु, 5/13 मप्र ङ्रग कंट्रोल के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।
कालाबाजारी का कारनामा
कोतवाली थाना पुलिस ने बताया की रेमेडेसिविर इंजेक्शन अस्पताल में मरीजों के लिए आता है। यह लोग उसमें से थोड़ा-थोड़ा निकालकर बाजार में मनचाहे दाम पर बेचने का कार्य करते हैं। कल शाम को पुलिस को सूचना मिली थी जिस पर इन दोनों के पास पुलिस ही ग्राहक बनकर पहुंची जहां इनसे इंजेक्शन के बारे में पूछा तो इन्होनें बताया की एक इंजेक्शन की किमत 27 हजार रूपए है। जिस पर ग्राहक बनकर पहुंची पुलिस ने इनसे सौदा कर लिया और जैसे ही इंजेक्शन लेकर आए पुलिस ने दोनों को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने बताया की यह दोनों शहर में कई लोगों से इंजेक्शन बेचकर पैसा कमा चुके थे। पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया है।
बहरहाल 2 लोगो को गिरफ्तार करने के बाद यह आवश्यक हो चुका है कि इन दोनों कालाबाजारी करने वालो के तार कहाँ जुड़े हुए हैं ? इन्हें कौन यह इंजेक्शन उपलब्ध करवा रहे थे ? जिस स्थान पर यह कार्य करते थे , उस स्थान से भी इस कालाबाजारी की शंका को नजरअंदाज नही किया जा सकता ।
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