आपदा में बढ़ी मुसीबत ! संविदा के बाद आयुष चिकित्सक और पैरामेडिकल कर्मचारी हड़ताल पर !
देवास। संविदा स्वास्थ्य अधिकारी-कर्मचारियों के बाद अब 25 मई से कोविड 19 की रोकथाम में लगे आयुष चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टॉफ ने भी अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल शुरु कर दी है। आयुष चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टॉफ के हड़ताल पर चले जाने से कोरोना परीक्षण के लिए सेम्पलिंग का कार्य, कोविड केयर सेंटर में डॉक्टरों की सेवाएं, किल कोरोना अभियान सहित कोविड-19 से जुड़ी सभी सेवाएं प्रभावित हुई है। वहीं हड़ताली कर्मचारियों ने मंगलवार को भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव खंडेलवाल एवं देवास मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एमपी शर्मा को ज्ञापन भी सौंपा है। इधर, हड़ताल में जाने से पूर्व ही सोमवार को आयुष चिकित्सकों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था।
डॉ. भाटी ने बताया कि प्रदेश के सभी अस्थाई चिकित्सकीय एवं पैरामेडिकल स्टाफ को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संविदा में संविलियन किया जाए। वहीं प्रदेश के सभी अस्थाई चिकित्सकीय एवं पैरामेडिकल स्टॉफ को नियमित चिकित्सकीय व पैरामेडिकल स्टाफ की तरह समान कार्य समान वेतन की तर्ज पर वेतन दिया जाए। डॉ भाटी ने बताया कि हम अस्थाई कोविड 19 चिकित्सक, पैरामेडिकल, सपोर्ट स्टाफ है। सभी लोगों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मप्र के द्वारा जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से कोविड 19 महामारी के नियंत्रण के लिए अस्थाई नियुक्ति पर रखा गया है। हम सभी पिछले 1 वर्ष से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, फीवर क्लिनिक, कोरोना सैम्पलिंग, कोविड केयर सेंटर, जिले में डेडिकेटेड कोविड सेंटर, जिला कोविड कंट्रोल एवं कमांड कॉल सेंटर, कोविड अस्पताल सभी जगह पर अपनी जान जोखिम में डाल कर पॉजिटिव मरीजों की सेवा कर रहे हैं। लेकिन सरकार के द्वारा सभी अस्थाई चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ के साथ सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है। उन्होंने कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं होती तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
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