लगातार हो रही मौतों पर मौन जिम्मेदार ? क्या हो सकते हैं कारण ?
राहुल परमार, देवास । कोरोना का विकराल रूप कोहराम मचाये हुए हैं। देवास में भी कोरोना ने अपना कहर बरपा रखा है। रोजाना कई लोगों के मौत की सूचना सोशल मीडिया सहित तमाम प्लेटफॉर्म पर मिल रही है। कई अस्पतालों में बेड नही मिलने की सूचना और शमशानों में शव जलाने के लिए स्थान की प्रतीक्षा जैसे समाचारो ने आम आदमी को भयभीत कर रखा है। इधर लॉक डाउन में सामाजिक आयोजनो में कोरोना का डर भी नही। यही नही रोजाना हो रही इन मौतों पर जिम्मेदार मौन साधे बैठे हैं। जानकारी अनुसार वैसे तो इन मरीजो का इलाज कोरोना का चल रहा होता है लेकिन मृत्यु पश्चात इन्हीं मृत शरीरों की रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव दर्शाई जाती हैं। ऐसे में कई बुद्धिजीवियों के सोचने पर अंकुश लग जाता है। आखिर जब मरीज का इलाज कोरोना सम्बंधित बीमारी के रूप में किया जाता है और उनका मृत शरीर भी कोरोना प्रोटोकॉल के तहत सुपुर्द किया जाता है, यहाँ तक कि अंतिम संस्कार तक भी कोरोना प्रोटोकॉल के तहत ही किया जा रहा है। बावजूद इसके इनके आंकड़ो को हेल्थ बुलेटिन में शामिल नही किया जा रहा है ।
इस सम्बंध में हमने जिला मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ एमपी शर्मा से सतत 3 दिनों तक संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने फ़ोन उठाना उचित नही समझा।
इस प्रकार आंकड़ो में हेराफेरी कर जिम्मेदार आखिर क्या सिद्ध करना चाहते हैं ? यह समझ से परे है। लेकिन लोगो मे जानने की होड़ लगी है कि आखिर इन मौतों पर प्रशासन मौन क्यो है ? और इन आंकड़ों को रोजाना हेल्थ बुलेटिन में क्यो नही जोड़ा जा रहा है ?
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