वाह कलेक्टर साहब ! बैठकर खाना नही खा सकते ! लेकिन बैठकर पीने की उत्तम व्यवस्था ?
राहुल परमार, देवास। देवास में बीते दिन धारा 144 के तहत माननीय कलेक्टर महोदय चन्द्रमौली शुक्ला ने संशोधित आदेश जारी किये थे जिनमें रेस्टारेंट सहित कई प्रतिष्ठानों को बंद रखने का उल्लेख था। बता दें उक्त आदेश में रेस्टारेंट से टेकअवे की सुविधा शामिल थी। एक ओर तो कलेक्टर महोदय के सख्त आदेशों का पालन करवाने में नगर निगम की टीम शाम 6 बजे बाद भी महिलाओं की गाड़ी रोककर चालानी वसूली कर रही हैं, वो भी बिना किसी महिला कर्मचारी की उपस्थिति में । संभवतः महिलाओं के सम्मान की चिंता अब सरकार छोड़ चुकी है। जो उन्हें राह चलते आमजन कोरोना के नियमों का उल्लंघन करते दिख रहे हैं और भीड़ से भरे राजनीतिक कार्यक्रम अनुमति से काम करने वाले सज्जन।
इधर शहर में रेस्टारेंट पर से टेकअवे सुविधा के साथ-साथ एक सुविधा और भी चालू है। वो है बैठकर पीने की उत्तम व्यवस्था की । जी हॉं! सही पढ़ा आपने। शहर के अहातों पर भारी भीड़ नियंत्रण के प्रोटोकॉल का बखान तो प्रशासन ऐसे करता है जैसे उन्हीं के बैंड की थाप पर शराबी नागिन डांस करेंगे लेकिन अहातों पर उमड़ रही भीड़ से संभावना तो यही लगती है कि यहां बैठकर पीने की व्यवस्था को खुद सरकार ने ही अनुमति दी है। शहर के अहातों पर भारी भीड़ शायद कोरोना से लड़ने की ट्रेनिंग लेने जा रही है। और इस पर जिम्मेदार भी मौन हैं। आखिर प्रशासन को ऐसे पक्षपात का स्त्रोत किन अनोखों से मिलता है ? यह समझ से परे है। क्योंकि सभी नियम पालन आमजन करेंगे और राजनीतिक पार्टियों और बेवड़ों के लिए यह सब छूट में विशेषाधिकार प्राप्त है।
देखना रोचक होगा कि क्या इतना सब देखने और संज्ञान में आने के बाद जिम्मेदारों की आंखे खुलती है या नही ? या फिर हमेशा की तरह अपने फोन की तरह मौन में यह काम भी निकल जाने तक ‘‘स्टेच्यू’’ बने रहेंगे।
Comments
Post a Comment