माँँ नर्मदा का एक पत्थर व माँँ का जल हमेशा हमारे घर के मंदिर में होना चाहिए
माँँ नर्मदा का एक पत्थर व माँँ का जल हमेशा हमारे घर के मंदिर में होना चाहिए जिससे कि हमारा घर ही माँँ नर्मदा का एक घाट स्थापित हो जाता है, संत श्री परमानंद जी महाराज
सुन्द्रेल बिजवाड (दीपक शर्मा) माँँ नर्मदा का एक पत्थर व माँँ का जल हमेशा हमारे घर के मंदिर में होना चाहिए जिससे कि हमारा घर ही माँँ नर्मदा का एक घाट स्थापित हो जाता है यह बात ग्राम बावड़ीखेड़ा गाँँव में चल रही माँँ नर्मदा पुराण के चतुर्थ दिवस में संत श्री परमानंद जी ब्रह्मचारी महाराज बेड़ापानी ने कहीं आप श्री ने कहा कि माँँ नर्मदा के किनारे बसे हंडिया को प्राचीन समय में हांडा कहा जाता था उसी हांडा में भगवान कुबेर की साधना स्थली रही है इसी स्थल पर भगवान रिद्देस्वर की स्थापना श्री कुबेर भगवान द्वारा की गई है उसके बाद सिद्धेश्वर रिद्देस्वर भगवान के मंदिर का निर्माण पांडवों के द्वारा किया गया है जो आज भी पूजनीय है सिद्धेश्वर भगवान की पावन नगरी नेमावर भगवान श्री परशुराम जी की बाल्यस्थली रही है जिस प्रकार तलवार को धार तरफ से पकड़ना बड़ा ही मुश्किल है उसी प्रकार धर्म का मार्ग भी बड़ा ही मुश्किल है इसलिए कारण जो भी हो पर हमें धर्म और सेवा के मार्ग से कभी विमुख नहीं होना चाहिए यह कलयुगी जीवन है यहां पर कहने और सुनाने वालों की कमी नहीं है इसलिए बिना किसी की सुने हमें धर्म कार्य में लगे रहना चाहिए भगवान परशुराम जी का प्रसंग सुनाते हुए आप श्री ने कहा कि माता-पिता व गुरु की सेवा बिना आज्ञा के ही कर लेना चाहिए यह सेवा करने के लिए इनकी आज्ञा की जरूरत नहीं होती पिता जमजगनी की आज्ञा पाकर पुत्र परशुराम जी ने अपनी ही माँँ का सर शरीर से अलग कर दिया था आपने बच्चों और आने वाली पीढ़ी को अच्छे संस्कार देना अति आवश्यक है क्योंकि आने वाला समय और भी भयानक आने वाला है इसलिए यदि संस्कार रहे तो ही वह उसका सामना करके धर्म की स्थापना कर सकेंगे धर्म है तो जीवन जीना आसान है वही विजेश्वर सेवा संस्थान के अध्यक्ष लोकेंद्र सिंह राठौड़, पवन आकोदिया ,धमेन्द्र जायसवाल, धनश्याम पटेल,दीनेश राजपूत, दीपक शर्मा, मनोज गवली, अखिलेश सिसोदिया, लाल्ला राठौड़,ने पुष्प माला पहना कर शाल श्री फल से संत श्री परमानंद जी महाराज सम्मान किया इसी दौरान विधायक गणपत पटेल, बचखाल सरपंच पप्पू जी गोरा दिलीप जायसवाल प्रमोद व्यास,बलराम पटेल सहित कई श्रद्धालुओं ने व्यासपीठ का पूजन कर संत श्री परमानंद जी महाराज का आशीर्वाद लिया माँ नर्मदा पुराण सुनने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु जन आ रहे हैं महाआरती के बाद प्रसाद वितरण किया ।
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