होली पर युवाओं का जल संरक्षण बोरी बांध से पानी बचाने का प्रयास
देवास। नेहरू युवा केंद्र से जुड़े युवा इन दिनों नदियों-तालाबों इत्यादि जल स्रोतों के पानी को बचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देकर श्रमदान कर रहे हैं। इसी कड़ी में केंद्र के जिला अधिकारी अरविंद श्रीधर के मार्गदर्शन में जिले की कन्नौद तहसील की राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक रचना पेठारी के साथ मिलकर यह युवा जल स्रोतों के पानी को बचाकर उसके सही सदुपयोग के लिए ग्राम सुरानी में बोरी बांध का निर्माण कर रहे हैं। लेखापाल अनिल जैन द्वारा इन सभी युवाओं को केंद्र से केप व मास्क वितरित कर कोरोना से बचाव के लिये अपनी सुरक्षा का ध्यान रखकर सावधानीपूर्वक श्रमदान करने की सलाह दी गई है। सोशल एक्टिविस्ट रूपराम पेठारी बताते हैं कि क्षेत्र के युवा मिलकर सामूहिक श्रमदान करके प्रतिवर्ष नदियों इत्यादि के जल संरक्षण के लिए ग्रीष्म ऋतु में बोरी बांध का निर्माण करते हैं। इन युवाओं को प्रतिवर्ष जल संरक्षण की दिशा में किए गए महत्वपूर्ण प्रयास के लिए केंद्र द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया जाता है।
भू-जल स्तर बढऩे के साथ किसानों को लाभ मिलता है
वर्तमान में ग्लोबल वार्मिंग व पेड़ों को काटे जाने से वर्षा जल कम होने लगा है। नतीजतन भू-जल का स्तर लगातार घटता जा रहा है, जिससे कि प्राकृतिक झरने और नदियाँ भी सूखती जा रही है। कई जगहों पर तो नलों में भी पानी बहुत कम आने लगा है। इस प्रकार का श्रमदान कर बोरी बांध के निर्माण से किसानों को सिंचाई के लिए व मवेशियों को पीने के लिए पानी मिल पाता है। युवाओं द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा क्षेत्र में निरंतर श्रमदान कार्यक्रम किए जा रहे हैं। कैच द रैन कार्यक्रम के अंतर्गत वह हैंडपंप के समीप सोख्ता-गड्ढा निर्माण व प्लास्टिक मुक्त गांव बनाने हेतु श्रमदान कर स्वच्छता-जल संरक्षण कि शपथ इत्यादि जन जागरण हेतु ग्रामीणों के बीच निरंतर अभियान चलाते रहते हैं।
Comments
Post a Comment