Dewas - ठेका बढ़ाने के लिए मांगी थी 5 हजार की रिश्वत ? बीआरसी रिश्वत लेते गिरफ्तार ?
- बच्चों के मध्याह्न भोजन वितरण का ठेका देने माँगी घूँस
- माध्यमिक शाला में महिला स्वसहायता समूह करता है मध्याह्न भोजन वितरण
- लोकायुक्त टीम को झाँसा देने फ़रियादी को घुमाया मोटरसाइकल पर
- आरोपी वरिष्ठ शिक्षक होकर विकास खंड स्त्रोत समन्वयक शिक्षा विभाग के पद पर
- मध्याह्न भोजन के ठेके को आगे बढ़ाने हेतू रिश्वत ली
सोनकच्छ । उज्जैन लाेकायुक्त की टीम ने देवास-भाेपाल हाइवे स्थित नेवरीफाटे पर बुधवार सुबह साेनकच्छ जनपद शिक्षा केंद्र के विकासखंड स्राेत समन्वयक (बीआरसी) काे 4 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। बीआरसी ने मिडिल स्कूल नराना में बच्चाें के मध्यान्ह भाेजन के स्वयं सहायता समूह का ठेका बढ़ाने के लिए 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।
पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त शैलेंद्र सिंह चौहान को आवेदक शिवनारायण मालवीय निवासी नराना ने शिकायत की कि उसकी पत्नी का उमंग स्व-सहायता समूह शासकीय माध्यमिक विद्यालय नराना में मध्याह्न भोजन बनाने का ठेका है जिसे आगे बढ़ाने के लिये जीवनसिह विकास खंड स्रोत समन्वयक सोनकच्छ द्वारा 5000₹ की रिश्वत की मांग की गई और1000₹ 22-2-21को ले लिये और 4000₹ की रिश्वत लेकर बुधवार को बुलाया था । फिर नेवरी फाटे पर 4000₹ की रिश्वत लेते निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा ।
बुधवार सुबह करीब 10.45 बजे लाेकायुक्त की टीम नेवरीफाटा पहुंची। पहले ताे बीआरसी बाइक पर फरियादी काे बैठाकर नराना ले गया। टीम भी दाेनाें का पीछा कर रही थी। इसके बाद बीआरसी वापस फरियादी काे बाइक से नेवरीफाटा छाेड़ने आया। तभी उसे पकड़ लिया और रिश्वत के रुपए जब्त किए। पुलिस चाैकी के अंदर ले जाकर आगे की कार्रवाई पूरी की।
लाेकायुक्त निरीक्षक श्रीवास्तव ने बताया कि आराेपी बीआरसी काे नाेटिस देकर छाेड़ दिया गया है। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। गुरुवार काे बीआरसी काे पूछताछ के लिए उज्जैन बुलाया है।
इधर बीआरसी जीवनसिंह अंगोरिया का कहना कि शिवनारायण ने ही जालसाजीपूर्वक रुपए मेरी गाड़ी पर रख दिए थे। मैंने किसी से भी काेई रुपए की मांग नहीं की। मुझे झूठा फंसाया जा रहा है।
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