39 दैनिक श्रमिक कर्मचारियों के बाद 14 पर और गिरी गाज
नगर परिषद के कर्मचारियों के रिश्तेदार किसकी छत्रछाया से ले रहे थे वेतन खड़े हो रहे हैं कई सवाल, मामले में सीएमओ मौन !
सोनकच्छ, विजेंद्र नागर, 9111148214
सोनकच्छ :- सोनकच्छ नगर परिषद द्वारा 28 नवंबर को मौखिक व बिना किसी आदेश के शाखाओं से में लगाए गए 14 दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया। कार्यालय द्वारा 14 कर्मचारियों की सूची जारी की है जिनमें पवन पिता मोहन, सपना, सोनाबाई, अनीता पति कमल, विशाल, राहुल पिता पूनमचंद, हरीश घावरी, आरती बागले, शुभम पिता नितिन सिसोदिया, नगजीराम पिता रामसिंह, संतोष पिता गोवर्धन, शुभम पिता शिवचरण मनोरिया, सुमित पिता मानसिंह एवं स्पर्श पिता राजेंद्र सक्सेना इनमें से कुछ तो दैनिक वेतन भोगी ऐसे हैं जिन्हें पहले आज तक नगर पंचायत कार्यालय में कार्य करते नहीं देखा गया। पहले ही निकाय की आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय है।
इन कर्मचारियों को भुगतान करने से निकाय की आर्थिक व्यवस्था डगमगा गई है। कई कार्यो का भुगतान समय से नहीं हो पा रहा है इससे पूर्व 18 नवंबर को निकाय द्वारा 39 दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को हटाने की कार्यवाही की गई थी इसके बाद अब 14 वेतनभोगी कर्मचारियों को हटाया गया अगर प्रशासक निष्पक्ष जांच करें तो कई कर्मचारियों तो ऐसे हैं जो जनप्रतिनिधियों के आशीर्वाद से आज भी कार्यालय में कार्य न करते हुए घर बैठे वेतन दे रहे हैं।
अब प्रश्न यह उठ रहा है कि जब इतने समय से यह कर्मचारी निकाय में कार्यरत थे तो उन्हें भुगतान किस प्रकार व किस मद से किया जा रहा था। अगर इन्हें इतने समय से बिना कार्य के भुगतान किया जा रहा था तो अब इन कर्मचारियों को दिए गए लाखों रुपए कैसे वसूले जाएंगे। नगरी निकाय की वित्तीय व्यवस्था खराब होने का जिम्मेदार कौन है?
उक्त मामले में जब प्रभारी सीएमओ रोहित कुमार मनोरिया से हटाए गए 14 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के संबंध में जानकारी जानना चाही तो तो उनके द्वारा मामले में अनभिज्ञता जाहिर की। इससे साफ जाहिर होता है कि इन कर्मचारियों को लगाने में कहीं ना कहीं प्रभारी सीएमओ का भी हाथ है जिन्होंने अपने लालच के चलते नियमों के विरुद्ध कार्य किया है।
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