चुनाव के बाद फिर बढ़ने लगे कोरोना के आंकड़ें ? जनता के अनुशासनों पर भारी राजनीति ?
देवास, राहुल परमार । प्रदेश में कोरोना के मरीजों की संख्या में अचानक हुई बढ़ोतरी से प्रदेश के कई जिलों में प्रशासन हरकत में आ गया है। चुनाव के दौरान इस प्रकार की सक्रियता देखने को तो नही मिली लेकिन चुनाव परिणामों के कुछ ही दिनों में हो रही बढ़ोतरी को लेकर प्रदेश सरकार का रुख कड़ा होने जा रहा है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री का एक पुराना विडियो भी वायरल हो रहा था जिसमें कुछ शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाने की बात कही जा रही थी हालांकि उक्त विडियो पुराना था जिसका खंडन कई नेताओं द्वारा किया गया। कोरोना के आंकड़ों में हुई वृध्दि को लेकर जनता असमंजस में है। कई स्थानों पर कोरोना के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
बात की जावें देवास की तो देवास में आज कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या पिछले दिन की तुलना में दोगुना हो गई है। वहीं एक मरीज की मृत्यु भी कोरोना से होने की पुष्टि आज के हैल्थ बुलेटिन में की गई है। यहां बड़ा प्रश्न है कि पिछले कई दिनों से कोरोना के आंकड़ों में हलचल कम हो गई थी लेकिन जैसे ही चुनाव के परिणाम आये उसके कुछ दिनों बाद से ही आंकड़ों में बढ़ोतरी शुरु हो गई। जबकि चुनावी सभाएं तक कंटेंटमेंट जोन में करा दी गई। चुनावी दौर के दौरान न तो कांग्रेस के लोगों ने कुछ कहा और न ही भाजपा के लोगों ने ! क्योंकि चुनाव के दौरान होने वाली अनुशासनात्मक प्रक्रिया से दोनों पार्टियों को प्रचार में समस्या हो सकती थी। हालांकि प्रशासन ने इस दौरान के चुनाव प्रचार में कोविड नियमों का पालन होना बताया है लेकिन क्या वास्तव में ऐसा हुआ था ? यह तो पब्लिक सब जानती है। अब चुनाव और त्यौहारों के बाद नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव भी जल्द ही अपेक्षित हैं। ऐसे में कोरोना के संक्रमण की बढ़ोतरी किस ओर इशारा कर रही है, यह अभी तो समझ से परे हैं।
बहरहाल आम जनता से निवेदन है कोरोना से बचें । कोरोना की गाईडलाइन का पालन करें।
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