मरने के बाद भी सुकुन नही इस गाॅंव में !
पीपलरावां से साजिद पठान की रिपोर्ट
पीपलरावाँ क्षेत्र अंतर्गत आने वाली ग्राम देहरिया पेठ शमशान घाट तो करवा दिया ,परंतु अभी शमशान घाट तक पहुंचने के लिए रास्ता नहीं बन सका जिसके कारण अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करने के लिए जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है पीपलरावाँ ग्राम देहरिया पेटी मैं ग्रामीणों की परेशानियों को देखते हुए तत्कालीन सरपंच द्वारा मनमानी करते हुए नजर आ रहा है लोगो परिजनों के अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम तक पहुंचने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है परेशानी उस समय ज्यादा बढ़ जाती है जब खेतों में फसल लगी हो या फिर बरसात का मौसम हो मुक्तिधाम तक रास्ता बनाए जाने के लिए ग्रामीणों कई बार मांग कर चुके हैं लेकिन अभी तक रास्ता नहीं बन सका जब गांव के पास बने मुक्तिधाम पर अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करने के लिए जाने वाले लोगों को काफी संभलकरनिकलना पड़ता है क्योंकि मुक्तिधाम तक पहुंचने के लिए ग्रामीणों को खेत से होकर निकलना पड़ता है कई बार तो अर्थी के गिरने की स्थिति बन जाती है, रास्ते में अर्थी न गिरे इसके लिए अर्थी के आसपास लोगो को ध्यान रखने के लिए चलना पड़ता हैं। जब हमने सरपंच को फोन लगाया तो उन्होंने केमरे के सामने से मना कर दिया है।
मुक्तिधाम तक पहुंचने के लिए ग्रामीण सर्दी व गर्मी के मौसम में जैसे-तैसे निकल जाते हैं परंतु बरसात के मौसम में ग्रामीणों को अंतिम संस्कार करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है क्योंकि बरसात के मौसम में खेतों में पानी भरा होने के कारण लोगों को मेड़ों पर चलना मुश्किल हो जाता है मजबूरी में लोगों को खेत से भरे पानी के बीच से होकर निकलना पड़ता है क्योंकि मुक्तिधाम तक पहुंचने के लिए इसके अलावा दूसरा रास्ता नहीं है। जब हमनें सरपंच को फोन लगकर बोला तो उन्होंने कैमरे के सामने आने से मना कर दिया है।
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