कृषि अध्यादेश के विरोध में लामबंद किसान


गोंगपा ने विरोध में नारेबाजी कर सौंपा ज्ञापन


घंसौर - केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में नया कृषि अध्यादेश पारित कराकर कानून का रूप देने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है जिसका विरोध आम किसानों और विभिन्न राजनैतिक दलों द्वारा किया जा रहा है गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेतृत्व में विगत 25 सितंबर को कृषि अध्यादेश के विरोध सहित अन्य मांगों को लेकर एक ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति एवं महामहिम राज्यपाल के नाम अनुविभागीय दण्डाधिकारी घंसौर को सौंपा गया। सरकार द्वारा किसान विरोधी अध्यादेश 2020 एवं युवा विरोधी दमनकारी नीति के विरोध में ज्ञापन में बताया गया है कि कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन सुविधा) कानून 2020 किसानों के विरोध में पारित किया गया इस अध्यादेश को वापस लिया जाए, पेट्रोलियम पदार्थों का निजी करण सरकार अपने अधीनस्थ निर्धारित करे देश की सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर सरकारी संस्थानों को निजी हाथों में सौंपा जा रहा है उसे तत्काल रोक कर सरकार संचालित करें, बिजली के दामों को कम किया जाए और निजीकरण समाप्त किया जाए, फसल बीमा की राशि के नाम पर देखने एवं सुनने में आया है कि एक रुपये, दो रुपए, ग्यारह रुपए की राशि किसानों के खातों में डाल कर किसानों का मजाक उड़ाया जा रहा है, सरकारी नौकरियों में भर्ती प्रक्रिया तत्काल शुरू की जाए और युवा बेरोजगारों को रिक्त पदों में रिक्तियों की पूर्ति किया जावे, देश एवं प्रदेश में विकास के नाम पर कहीं भी कल - कारखाने लगाने कहीं राष्ट्रीय उद्यान के नाम पर बड़े-बड़े वन अभ्यारण बनाकर तालाब तथा बिजली परियोजना के नाम पर हमेशा गरीब मजदूर आदिवासियों के गांव को उजाड़ दिया जाता है जिसमें तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए, संविधान की पांचवी अनुसूची प्रावधानों को धरातल में पालन कराया जावे, घंसौर शराब ठेकेदार द्वारा गांव गांव में बेची जा रही है अवैध देशी एवं विदेशी शराब पर रोक लगाई जाए,कोरोना काल के दौरान शुरुआती दौर में प्रवासी मजदूरों के घर वापसी के दौरान मौत हुई है उनका विधिवत सर्वे कराकर आश्रित पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा राशि दी जावे तथा सतत रोजगार मुहैया कराया जाए,  कोविड-19 के तहत बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इसमें रोकथाम की उचित व्यवस्था बनाई जावे, मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री में शामिल संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर के द्वारा वन अधिकार संवैधानिक पट्टा वितरण कार्यक्रम के दौरान आदिवासी संगठनों को देशद्रोही कहकर संबोधित किया गया मध्य प्रदेश के संस्कृति मंत्री को तत्काल मंत्री पद से पृथक किया जावे। ज्ञापन सौपने प्रमुख रूप से कुंवर शक्ति सिंह, गोगपा ब्लाक अध्यक्ष मनीराम ककोडिया, प्रदेश प्रवक्ता गोवर्धन सिंगराम, पूर्व मंडी अध्यक्ष राधेश्याम परते, गोगपा राष्ट्रीय युवा मोर्चा महासचिव समरजीत सिंह सोलंकी, संतर वलारी, प्रदेश महामंत्री चेतलाल भगदिया, किसान मोर्चा संभागीय अध्यक्ष दीपक तिवारी, चंदन सिंह वरकडे, हेम सिंह मरावी, वीर सिंह उईके, सुमत लाल मरकाम, प्रकाश मरावी, सुमत लाल मरकाम, शंभू कुर्राम सहित बड़ी संख्या में गोगपा कार्यकर्ता और किसान मौजूद रहे।



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