उर्दू हिंदी स्कूल स्टाफ ने किया, बच्चों को स्कूल भेजने हेतु  प्रेरित 


मुलताई -  पवित्र नगरी मुलताई जो कभी शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी मानी जाती रही है । वहीं बैतूल  जिले का एकमात्र  उर्दू हिंदी स्कूल  जो बच्चों की दर्जसँख्या  के अभाव में बंद होने की कगार पर पहुंच गया है । शिक्षा के प्रति पालको की अरुचि इसके पीछे कारण समझ मे आ रहा है । छात्रों के उज्ज्वल भविष्य को सहेजने और सँवारने की दृष्टि से उर्दू हिंदी स्कूल की प्रधानअध्यापिका एवं शिक्षकीय स्टाफ , स्थानीय नागरिकों एवं समाज सेवियो  के साथ मिलकर , इन्दिरा गांधी वार्ड , आजाद वार्ड , गांधी वार्ड का दौरा कर , शासन की योजना हमारा घर , हमारा विद्यालय  के तहत घर घर जाकर अभिभावकों , पालको को समझाइश देकर शिक्षा के प्रति जागरूक किया । बच्चों को स्कूल भेजने एवम उर्दू हिंदी स्कूल में प्रवेश , एडमिशन हेतु बच्चों को स्कूल भेजने की अपील की ।


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