अ.भा.रविदासा धर्म संगठन भारत ने अनुसूचित जाति के दंपत्ति पर बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज के विरोध में राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन 


 

देवास। अ.भा.रविदासा धर्म संगठन भारत देवास के जिलाध्यक्ष संजय रेकवाल के नेतृत्व में गुना जिले के कैन्ट थाना अंतर्गत जगनपुुर चक में अनुसूचित जाति किसान दंपत्ति राजकुमार अहिरवार एवं सावित्री बाई पर बर्बर तरीके से लाठी बरसाने और उन्हें जहर पीने पर मजबूर करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही करने तथा उक्त किसानो को दस लाख रूपये मुआवजा देने के लिए महामहिम राष्ट्रपति के नाम जिलाधीश के प्रतिनिधि को ज्ञापन सौंपा । ज्ञापन में बताया गया कि 14 जुलाई को गुना में कैन्ट थाना अंतर्गत जगनपुरा चक में दलित किसान दंपत्ति राजकुमार अहिरवार एवं सावित्री बाई पर बड़ी संख्या में प्रशासन एवं पुलिस कर्मियों द्वारा बर्बर तरीके से लाठी चार्ज कर जहर पीने पर मजबूर किया गया। यदि पीडि़त युवक का जमीन संबंंधी कोई शासकीय विवाद है तो उसे कानूनी रूप से हल किया जा सकता है। लेकिन इस तरह कानून हाथ में लेकर प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों द्वारा उक्त दंपत्ति तथा उसके परिजनों और मासूम बच्चों की बेरहमी से पिटाई की गई। प्रशासन और पुलिस का यह कदम लोकतंत्र की मर्यादा के खिलाफ है। यह कहां का न्याय है कि गरीब और दलित होने के कारण इस तरह से प्रशासन और पुलिस द्वारा बर्बर हमला किया जाए कि वे अपना जीवन त्यागने को मजबूर हो जाए और प्रशासन पुलिस उसे जहर पीते हुए चुपचाप खडे होकर देखते रहे उसका मजाक उड़ाते रहे। ज्ञापन में मांग की गई कि शासन द्वारा उक्त पीडि़त दंपत्ति को 10 लाख रूपये मुआवजा राशि देने तथा अत्याचार करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ अनुसूचित जाति जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 के तहत एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्यवाही की जाए। इस अवसर पर आत्माराम परिहार, धीरज कल्याणे, जयप्रकाश मालवीय, बाबूलाल जेतपुरा, किशन प्रजापति, पवन परिहार, कैलाशप्रिय कलेशरिया, चिमनलाल राजोरिया, कैलाश बीसे, राजेश एडव्होकेट, सुभाष गौऋषि आदि उपस्थित रहे। 

 


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