ओकारेश्वर का सिविल अस्पताल डॉक्टर नहीं होने और व्यवस्थाओं का अभाव होने के कारण बीमार
ओंकारेश्वर मांधाता,आकाश शुक्ला ✍
ओकारेश्वर पवित्र तीर्थ नगरी में नवीन सिविल अस्पताल का निर्माण वर्ष 2016 सिंहस्थ पर्व के दौरान हुआ था। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का नाम बदलकर सिविल अस्पताल तो कर दिया लेकिन व्यवस्थाओं के अभाव में नगरवासी सहित आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा नहीं मिलने से परेशान होते रहते हैं। वही शिशु रोग विशेषज्ञ, लेडी डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन नहीं होने के कारण नर्सों के द्वारा लैब चलाया जा रहा है और 2 डॉक्टर होने के बावजूद भी मरीजों को 12 किलोमीटर दूर जाकर प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवाना पड़ रहा है।
जबकि ओकारेश्वर में पवित्र तीर्थ नगरी होने के कारण वर्तमान में लॉक डाउन के चलते तीर्थ यात्रियों सहित बाहरी लोगों का आना प्रतिबंधित है जब यह प्रतिबंध हट जाएगा और सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चालू होगी तो प्रतिदिन ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिए 20 हजार से अधिक श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन के लिए आते हैं और सिविल हॉस्पिटल क्षेत्र में 27 गांव होने के कारण ग्रामीण लोग भी इलाज करवाने के लिए यहां पर आते हैं लेकिन सुविधाएं नहीं होने के कारण सिविल अस्पताल खुद बीमार जैसा नजर आ रहा है।
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