एक विवाह ऐसा भी! संगीत में बजाया पुलिस ने सायरन और कन्यादान किया पुलिस अधीक्षक ने
पुलिस की पाठशाला की कोशिश लायी रंग, मजदूर पिता बिना माता की कन्या का सात फेरों के साथ विवाह संपन्न
देवास । समाचारों की हेडलाइन से आप सोच रहे होंगे हम किसी पुलिस के व्यक्ति के विवाह की बात कर रहे होंगे लेकिन हम आपको बता दे हम एक सामान्य परिवार के विवाह की बात कर रहे हैं। लॉकडाउन में पिताजी की नौकरी जाने के बाद कन्या के विवाह की कई योजनाएं धराशायी हो गई थी। माताजी का पहले ही स्वर्गवास हो चुका था। ऐसे में कन्या को सहारा मिला ‘‘पुलिस की पाठशाला’’ का। पुलिस की पाठशाला का संचालन करने वाले जितेन्द्र दुबे ने कन्या को सहारा दिया और अपने उच्च अधिकारियों को अवगत कराया। फिर क्या था पुलिस प्रधान आरक्षक के सभी अधिकारियों ने विवाह की बेला को यादगार बना दिया। राजीव नगर में कविता नामक कन्या के इस विवाह में पुलिस ने संगीत में सायरन में बजाया तो आवश्यक सामानों की पूर्ति भी की ताकि कन्या को विवाह पश्चात् किसी सामान की आवश्यकता न लगे। ऐसा केवल एक सक्षम परिवार ही कर सकता है। संकट काल में पुलिस विभाग ने ही इस कन्या का कन्यादान किया। भारत में लॉकडाउन में पुलिस के इस मानवीय चेहरे को जनता ने सराहा है।
भारत सागर न्यूज की विशेष पेशकश . . .
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