विश्व काव्य दिवस / शस्य श्यामला वसुंधरा -
आरती अक्षय गोस्वामी , देवास मध्यप्रदेश
शस्य श्यामला वसुंधरा माटी माँ मातृभूमि यहाँ हरिता है ,
युगों से जीवन सिंचित करती माँ भागीरथी यहाँ सरिता है ,
वेद पुराण ग्रंथ सब शोभित जैसे मुकुटमणि हों भारत के ,
सम्पूर्ण जगतको ज्ञान देती जीवंत माँ गीता यहाँ कविता है।।
विश्व काव्य दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
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