खरगोन : कोरोना वायरस के बचाव के लिए कलेक्टर ने बुलाई आपात बैठक


 

खरगोन :-  कलेक्टर  गोपालचंद्र डाड ने विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी दिशा निर्देश और मप्र शासन के विभिन्न विभागों द्वारा जारी की गई एडवाईजरी के क्रियान्वयन के लिए समस्त जिलाधिकारियों की आपात बैठक बुलाई। स्वामी विवेकानंद सभागृह में आयोजित इस आपात बैठक में कोरोना वायरस के इतिहास, वर्तमान में इसके प्रभाव, नियंत्रण और बचाव को लेकर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर श्री डाड ने अधिकारियों के कहा कि अपने- अपने क्षेत्रीय अमले को जागरूक करते हुए निर्देशित भी करें। उन्हें कोरोना के बारे आवश्यक रूप से बताए, लेकिन डराएं नहीं। ग्रामीणजनों में इसके बचाव के लिए क्या-क्या किया जा सकता है, इसको आवश्यक रूप से लोगों तक पहुंचाएं। बैठक में पुलिस अधीक्षक सुनील पांडेय, जिला पंचायत सीईओ  डीएस रणदा, एसडीएम अभिषेक गेहलोत, सीएमएचओ डॉ. रजनी डावर, जिला शहरी परियोजना अधिकारी आशा भंडारी, नपा सीएमओ निशिकांत शुक्ला उपस्थित रहे।

 

सावधान रहे तो संक्रमित होने से बच सकते है

 

बैठक में सिविल सर्जन डॉ. राजेंद्र जोशी ने अधिकारियों से कहा कि यह वायरस एक ग्रुप वायरस है, जो फिलहाल चीन में ही तबाही मचाए हुए है। ग्रुप में चार अलग-अलग तरह से सामने आया है। पहले ग्रुप में ज्यादा फर्क नहीं पड़ता, साधारण सर्दी, खांसी और छींक रहती है। दूसरे ग्रुप में भी सर्दी, खांसी और छिंक बढ़ जाती है। तीसरे ग्रुप से सर्दी, खांसी और छिंक के साथ बीमार भी हो जाते है। चौथा ग्रुप, जिसे फेटल नाम दिया गया। यह खतरनाक है। यह वायरस कभी भी 30 डिग्री से ज्यादा तापमान में नहीं पनप सकता है। इसलिए गरम पेय तथा खाद्य पदार्थों का ही उपयोग करे। गले व हाथ मिलाने से बचे। यदि कोई व्यक्ति चायना या थाईलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, ईरान, इटली, जापान, कोरिया, हांगकांग, सिंगापुर या नेपाल से होकर आए है। इन विदेशी यात्रियों के संपर्क में आने के बाद खांसने व छीकनें के लक्षण नजर आते है, तो डॉक्टर से संपर्क करें। डॉ. जोशी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि यदि किसी व्यक्ति में इस तरह के लक्षण दिखाई दे, तो उस व्यक्ति से दो मीटर की दूरी बनाएं तथा तीन परतों वाला मास्क का उपयोग अवश्य करें।

 

8 मार्च को ग्राम सभाओं में दी जाएगी जानकारी

 

बैठक में कलेक्टर डाड ने अधिकारियों से कहा कि कोरोना वायरस को लेकर 8 मार्च को आयोजित होने वाली ग्राम सभा में विशेष तौर पर ग्रामीणों को इस संबंध में अवगत कराया जाएगा। आयुष विभाग द्वारा समस्त अधिकारियों को आरसी निकम एलबम-30 दवाई वितरित की गई। यह दवाई कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ रोगी निरोधी दवा के रूप में अपनाया जा सकता है, जिसे तीन दिन तक चार गोली रोजाना ले सकते है। कलेक्टर डाड ने स्पष्ट कहा कि खरगोन जिले से चायना अध्ययन के लिए गए 17 विद्यार्थियों को 28 दिनों तक विशेष अवलोकन में रखा गया, जिनमें कोरोना वायरस के कोई भी लक्षण परिलक्षित नहीं हुए है। इसलिए जिले में चिंता करने की बात नहीं है, लेकिन बचाव आवश्यक है।

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