श्रीकृष्ण-सुदामा चरित्र, यज्ञ एवं भण्डारे के साथ कथा की पूर्णाहूति
देवास। माँ क्षिप्रा नदी तट कालिका माता मंदिर पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा की रविवार को पूर्णाहूति श्रीकृष्ण और सुदामा चरित्र प्रसंग, यज्ञ की आहूतिया एवं परीक्षित का मोक्ष के साथ हुई। पं. राजेंद्र जोशी ने कहा कि मित्रता श्रीकृष्ण और श्री सुदामा जैसी होनी चाहिए। कथा स्थल पर सभी भक्तों को नववर्ष मंगल शुभकामनाएं दी। कथा के दौरान माँ क्षिप्रा नदी बचाओ समिति द्वारा महाराज श्री का शाल-श्रीफल एवं पुष्पमाला पहनाकर सम्मान किया गया। आरती आयोजक मनोज मित्तल ने सपत्निक और परिवार सहित की। साथ ही उपस्थित भक्तो ने भी आरती का लाभ लिया। अंत में छप्पन भोग की प्रसादी का वितरण किया गया। शाम 5 बजे विशाल भण्डारा प्रारंभ हुआ जो देर रात तक चला, जिसमें हजारो भक्तो ने प्रसादी ग्रहण की। इस अवसर पर रमेशचंद्र गोयल, कमल बंसल, बाबू पटेल, रज्जन जयसवाल, राजेश बराना, आशीष मित्तल, बंटी बंसल, कमल जोशी, रमेश सोलंकी, बरखा गर्ग, श्रीमती शीतल ऐरन सहित बड़ी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित थे।
Comments
Post a Comment