महिलाओं की सुरक्षा व अधिकारो के सम्बंध में महिलाओं की आवाज बनेंगी रेवा सखी
हरदा:- महिला सुरक्षा तथा महिलाओं के अधिकारों के संबंध में जागरूकता के लिए रेवा सखी के रूप में जिला प्रशासन हरदा द्वारा नवाचार प्रारम्भ किया गया है। कलेक्टर एस विश्वनाथन के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रारम्भ किये गए इस नवाचार के अंतर्गत ग्रामों एवं वार्डों में पूर्व से कार्यरत शौर्या दल में से 2-2 युवतियों का चयन रेवा सखी के रूप में किया गया है। रेवा सखी के रूप में चयनित ये युवतियां प्रशासन तथा अपने क्षेत्र की बालिकाओं एवं महिलाओं के बीच की कड़ी बनकर कार्य करेंगी। वे महिलाओं की समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचाएंगी तथा महिलाओं के लिए संचालित योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी करेंगी। कलेक्टर विश्वनाथन ने बताया कि कई बार महिलाओं के साथ घटित होने वाली घटनाओं की जानकारी प्रशासन तक नहीं पहुंच पाती है। साथ ही महिलाएं उनके अधिकारों से भी अनभिज्ञ रहती है। ऐसे में यदि उनके बीच की ही युवतियां उनकी आवाज़ बनेंगी तो महिलाएं अधिक सजग और जागरूक बनेंगी। यह नवाचार प्रारम्भ करने का उद्देश्य यही है की महिलाएं बिना किसी झिझक के अपनी समस्याएं बताएं। उनके साथ घटित होने वाली किसी भी घटना की जानकारी प्रशासन को रहे ताकि समुचित कार्यवाही की जा सके।
इस सम्बन्ध में जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय त्रिपाठी ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक ग्राम एवं वार्ड में 18 वर्ष से अधिक उम्र की 2-2 युवतियों का चयन रेवा सखी के रूप में किया जा रहा है। इन्हें विकासखंड स्तर पर प्रशिक्षित कर महिला हिंसा, छेड़छाड़ , शिक्षा आदि के संबंध में जानकारी दी जा रही है। आगामी 13 से 15 जनवरी तक आयोजित होने वाले भुआणा उत्सव के दौरान इन युवतियों की एक विशेष कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी। इन्हें स्थानीय पुलिस थाने, महिला एवं बाल विकास अधिकारी, वन स्टॉप सेंटर सहित सभी महत्वपूर्ण फोन नम्बर उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि सीधे संपर्क कर समस्या बताई जा सकें। इस प्रकार ये रेवा सखियां अपने क्षेत्रों में प्रशासन की आवाज़ बनकर महिला अपराधों को नियंत्रित करने में सहयोग करेंगी।
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