जो प्राप्त है उसे स्वीकार करो- श्री प्रसन्न सागर जी महाराज
-असहायो को महाराज श्री ने किया कम्बल वितरण
देवास। माँ चामुण्डा की तपो स्थली देवास में तपस्वी मुनी अध्यात्म की गंगा बहाने वाले संत श्री प्रसन्न सागर जी महाराज अल्प प्रवास पर विजय रचना कटारिया परिवार की भक्ति भावना देखकर देवास से दिल्ली के लिए रवाना हुए। रवाना होने से पूर्व रामेश्वर श्याम प्रदीप जलोदिया परिवार के द्वारा महाराज श्री की महाआरती एवं पाद पूजन के साथ असहायो, गौसेवको निर्धनो को कम्बल वितरण किया। महाराज श्री के साथ पीयुष सागर जी भी साथ थे, उनका भी बहुमान किया गया। महाराज श्री ने कहा कि इन्ही में परमात्मा विद्यमान है। आज देश्चा में शराब का आतंक फैला कुविचार, कुसंस्कृति फैली इन्ही से बचने के लिए सत्संग जरूरी है। जो प्राप्त है उसे स्वीकार करो। जब संसार में कोई नजर नही आता जब परमात्मा तुम्हारा सहारा होता है। पूज्य महाराज श्री की अगवानी भोपाल चौराहे पर कमलाबाई जलोदिया, मंजू जलोदिया, इंदरमल पाणोद, संजय कटारिया, विजय कटारिया, मनोहर जैन, निलेश छाबड़ा, अरविंद जैन आदि उपस्थित थे।
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