जय किसान फसल ऋण माफ़ी योजना में 43 करोड़ से अधिक के ऋण माफी पत्र प्रदान किए
कसरावद के 5805 से अधिक किसानों का कर्जा माफ
खरगोन:- प्रदेश के उद्यानिकी, खाद्य प्रसंस्करण एवं कृषि मंत्री सचिन यादव द्वारा ने मंगलवार को कसरावद की कृषि उपज मंडी प्रांगण में जय किसान फसल ऋण माफी योजनांतर्गत द्वितीय चरण का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि चुनौती पूर्ण और विपरीत परिस्थियों के बावजूद मप्र सरकार ने किसानों के हितों को सबसे पहले रखते हुए उनके फसल ऋण माफ करने के दिशा में कदम उठाया है। सरकार का यह एक वर्ष में सबसे उल्लेखनीय कार्य रहा है। सब जानते है मप्र किसानों का प्रदेश है, इसलिए ऋण माफी का दायरा भी बड़ा होगा। इसे दो चरणों में पूरा करने का भी निर्णय हुआ था, जो आज पूरा हो रहा है। किसी भी बैंक का ऋण हो सभी को जय किसान फसल ऋण माफी योजना में शामिल किया गया। द्वितीय चरण में पीए किसानों के 1 हजार से 1 लाख तक और एनपीए किसानों के 1 हजार से 2 लाख रुपए तक के फसल ऋण माफ किए गए है। कार्यक्रम के दौरान कृषि मंत्री यादव ने जय किसान फसल ऋण माफी योजनांतर्गत कसरावद के 5805 किसानों को ऋण माफी पत्र प्रदान किए।
शीघ्र विश्व स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र खोला जाएगा
कृषि मंत्री यादव ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों के युवा लड़कों को खेती का हुनर वैज्ञानिक विधि से मिले, इसलिए शीघ्र ही विश्व स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र खोला जाएगा। इसकी प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है। देश की अर्थव्यवस्था किसानों के हाथों में है और आगे भी किसानों के हाथों में रहे इसलिए जरूरी है कि युवाओं को नई तकनीक बताई जाए, जिससे उनका हुनर खेती किसानी में भी निखर सकें।
4 जनवरी से दायरा बढ़ाने के लिए शिविर होंगे आयोजित
कृषि मंत्री यादव ने अपने संबोधन में कहा कि प्रथम और द्वितीय चरण में कुछ किसानों के आधार या बैंक खातों के संबंध में तकनीकी त्रुटि सामने आई है। वहीं किसी दस्तावेज और अन्य तरह की समस्याएं सामने आई है। इनका निराकरण करने के लिए जिले में 4 जनवरी से शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों में कई तरह की तकनीकी समस्याओं को दूर कर जय किसान फसल ऋण माफी योजना का दायरा भी बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।
प्रदेश में सबसे अधिक खरगोन के किसानों के ऋण माफ हुए
किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व कृषि केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि जय किसान फसल ऋण माफी योजना में पूरे प्रदेश में सबसे अधिक ऋण माफ खरगोन के किसानों का हुआ है। प्रथम चरण में 66513 किसानों के 388.35 करोड़ रूपए और द्वितीय चरण में भी सबसे अधिक किसान खरगोन के ही होंगे। इस चरण में 36270 किसानों के 266 करोड़ से अधिक के ऋण माफ होना है, जिसकी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इसी के तहत यह कार्यक्रम आयोजित हुआ है। पूर्व केंद्रीय मंत्री यादव ने मंच से सत्राटी में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र को महाविद्यालय बनाने की बात कही।
अतिवृष्टि से प्रभावित 33446 को राहत राशि
कृषि मंत्री यादव ने कहा कि खरीफ की फसल भी किसानों के लिए कुछ अच्छे परिणाम लेकर नही आई है। अतिवृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ी है। किसानों के इस दुःख की घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है। इसके लिए राहत राशि प्रदान की गई है। अब तक कसरावद में ऐसे 33446 किसानों को 30 करोड़ का 25 प्रतिशत तक राहत राशि दी गई है। पूरे जिले में यह प्रक्रिया संचालित है।
402 किसानों को 3 करोड़ 26 हजार रुपए सीधे खाते में डिजिटल हस्तांतरण की गई
कसरावद के कृषि मंडी प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में न सिर्फ किसानों को ऋण माफी पत्र प्रदान किए गए, बल्कि अन्य योजनाओं की राशि भी प्रदान की गई। इनमें 14 किसानों को मंच से प्रमाण पत्र स्वयं कृषि मंत्री ने अपने हाथों से दिए। वहीं मुख्यमंत्री प्याज कृषक प्रोत्साहन योजना में 402 किसानों को कृषि मंत्री यादव ने 3 करोड़ 26 हजार रुपए मंच से डिजिटल हस्तांतरण के द्वारा सीधे खाते में भेजे गए। इसके अलावा कृषि अभियांत्रिकी विभाग द्वारा डीबीटी योजना से तीन किसानों को 2.5 लाख रुपए के अनुदान पर ट्रेक्टर की चॉबी भी दी गई। उद्यानिकी विभाग द्वारा 75-75 हजार रुपए की सब्सिडी 4 किसानों को प्रदाय की गई।
स्वागत संबोधन में कलेक्टर ने दी जानकारी
कार्यक्रम को बड़वाह विधायक सचिन बिरला और मांधाता विधायक नारायण पटेल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का स्वागत संबोधन कलेक्टर गोपालचंद्र डाड ने दिया। उन्होंने अतिवृष्ठी से प्रभावित किसानों को राहत राशि की प्रक्रिया और जय किसान फसल ऋण में माफ होने वाले किसानों की जानकारी दी। कार्यक्रम में खरगोन के पूर्व विधायक परसराम डंडीर, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सिलदार पटेल, कसरावद जनपद अध्यक्ष इंदरसिंह राठौर, पुलिस अधीक्षक सुनील पांडेय, जिला पंचायत सीईओ डीएस रणदा सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।
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