जन आक्रोश के चलते टोल कंपनी ने प्रदर्शन के पूर्व ही मानी सारी शर्तें
देवास। जितेंद्र चौहान ने बताया कि मांगलिया बाईपास स्थित टोल कंपनी की मनमर्जी व दादागिरी के खिलाफ इंदौर एवं देवास जिले के 100 गांव के ग्रामीणों ने टोल प्रबंधन व उसके कर्मचारियों की दादागिरी व अवैध वसूली के खिलाफ बड़े आंदोलन का आगाज पूर्व जनपद सदस्य एवं आंदोलन के सूत्रधार हंसराज मंडलोई के नेतृत्व में किया था। आंदोलन की खबर लगते ही टोल कंपनी में हड़कंप मच गया । पुलिस व प्रशासन के बड़े अधिकारियों ने सक्रियता दिखाते हुए अनुविभागीय अधिकारी रवि श्रीवास्तव व पुलिस विभाग के एसडीओपी मानसिंह परमार के निर्देश पर पिपरा थाना प्रभारी ने कंपनी के प्रबंधक सुभाष कोशिक व सहायक प्रबंधक मेहता की उपस्थिति में देवास एवं इंदौर जिले के नेताओं की उपस्थिति चर्चा हुई । चर्चा में पूर्व जनपद सदस्य हंसराज मंडलोई, जिला पंचायत सदस्य यशवंत खेलोदिया, इंदौर जनपद उपाध्यक्ष नरेंद्र मंडलोई, पूर्व जनपद सदस्य प्रहलाद डाबी, ग्राम व्यासखेड़ी सरपंच नारायण मालवीय एवं दोनों जिलों के नेताओं की मौजूदगी में टोल कंपनी ने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों द्वारा जो मुद्दे उठाए गए थे उस पर कंपनी ने अपनी मंजूरी दी वह लिखित में पूरा करने का आश्वासन दिया। कंपनी प्रबंधन ने आश्वासन दिया की कर्मचारियों के व्यवहार में सुधार किया जाएगा एवं बड़े वाहन चालकों व देवास एवं इंदौर जिले के जो गांव टोल कंपनी की सीमा में आते हैं उनसे टोल नहीं लिया जाएगा व देवास से राऊ बायपास 36 किलोमीटर की लंबाई में जो सर्विस रोड बनी है उसके गड्ढे भरवाए जाएंगे व सड़क का पुनर्निर्माण करवाया जाएगा। टोल नाका खत्म करने के लिए आप दोनों जिलों के सांसद एवं विधायक से मिलकर इस मुद्दे को लोकसभा एवं विधानसभा में उठाएं वाह हल करवाएं। यह क्षेत्र के नेताओं व जनप्रतिनिधियों के अधिकार का मामला है। मौके पर देवास एवं इंदौर जिले के नेतागण व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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