150वी जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में गॉधी - संवाद कार्यक्रम
देवास श्री कृष्णाजीराव पवार शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, देवास के संस्कार हॉल में व्यक्तित्व विकास प्रकोष्ठ द्वारा महात्मा गॉधी की 150वी जन्म शताब्दी के अवसर पर दिनांक 23.11.2019 को उच्च षिक्षा विभाग के निर्देषानुसार युवा पीढ़ी को नैतिक मूल्यों से जोडने के उद्देष्य से 'गॉधी - संवाद कार्यक्रम' आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. बह्मदीप अलूने (समन्वयक, मध्यप्रदेष व्यक्तित्व विकास प्रकोष्ठ) रहें। प्राचार्य डॉ. एस.एल.वरे ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। डॉ. मंजू सक्सेना, डॉ. आर.के.मराठा, डॉ. एस.पी.एस.राणा, डॉ. लता धुपकरिया, डॉ. ममता पथरोडे, डॉ. मोहन वर्मा - वरिष्ठ पत्रकार ने मंच साझा किया। मॉ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का आरंभ हुआ। प्राध्यापकों द्वारा मंचासीन अतिथियों का पुष्प हार से स्वागत किया गया। अतिथि परिचय डॉ. लता धुपकरिया ने दिया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ. अलूने ने कहा कि आज की पीढ़ी राष्ट्र की एकता व अखण्डता के महत्व को भूलती जा रहीं हैं। ऐसे दौर में गॉधी के विचारों की महति प्रासंगितकता है। गॉधीजी ने स्वतंत्रता आंदाीलन को जन आंदोलन बनाया। उन्होंने अपनी पद यात्रा से पूरे देष का भ्रमण किया। राष्ट्र धर्म से नहीं संस्कृति से चलता है। गॉधी के विचारों में दृढता और सत्य बोलने का साहस था। पर्यावरण, जल संरक्षण, ग्राम उत्थान, साम्प्रदायिक एकता के प्रति वे जागरूक थे। भारत को गॉधी के सपनों के अनुरूप बनाने में हम सबको आगे आना होगा। हम सबको गॉधी बनना होगा। गॉधी एस व्यक्ति दर्षन पद विचार या भगवान नहीं अपितु एक इंसान है। जिसके जीने के तरिके मे इंसानियत भरी पडी है। डॉ. अलूने के वक्तव्य के उपरान्त छात्र वर्ग की ओर से राहुल कुमार, विकल्प वर्मा, हेमा नागरे, भूपेष सोनी, मोनिका चौहान, उमा सोलंकी, प्रो. निधि नामदेव ने प्रष्न किए। जिनका जवाब धेर्यता के साथ डॉ. अलूने ने दिया। वरिष्ठ पत्रकार डॉ. मोहन वर्मा ने विद्यार्थियों से कहा कि वे गॉधी के विचारों को आत्मसात कर देष को आगे ले जा सकते है।
अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. एस.एल.वरे ने कहा कि गॉधी की आंधी ने दुनिया को झुका दिया। गॉधी दौर को पुर्नजीवित करने वाली युवा पीढ़ी उनके प्रषस्त पद पर चलकर विष्व फलक पर अपनी पहचान बनाएगी। गॉधी वाणी से नहीं अपितु कर्म से बोलते थे।
इस अवसर पर डॉ. वेणू त्रिवेदी, डॉ. ममता झाला, डॉ. जरीना लोहावाला, डॉ. भारती कियावत, डॉ. जय गुरनानी, डॉ. विद्या माहेष्वरी, डॉ. नरेष कुमार, प्रो. विवेक अवस्थी, डॉ. संजय गाडगे, डॉ. प्रतिमा रायकवार, श्री संग्रामसिंह साठे डॉ. बी.एल.पाटीदार, प्रो. विजय वर्मा, डॉ. विजय कुमार सोनिया, डॉ. मीना वागडे, प्रो.जितेन्द्रसिंह राजपूत, डॉ. मोनिका वैष्णव, डॉ. श्यामसुन्दर चौधरी, डॉ. कमल जटिया, प्रो. निधि नामदेव की गरिमामय उपस्थिति रहीं। राष्ट्रीय सेवा योजना के साथ महाविद्यालय के छात्र - छात्राओं ने बडी संख्या मे उपस्थित रहकर गॉधी के विचारों को रोचकता से सुना।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. सीमा सोनी ने किया तथा आभार डॉ. आर.के.मराठा ने माना।
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