ऑनलाइन गेम खेलने में लूट गई लाखों की दौलत, ऑनलाइन गेमों से हो जावें सावधान 

सिंगापुर के बैंक खाते में जमा की गई रकम 


बड़ी संख्या में लोगों से की गई ठगी


देवास । आज तकनीक के युग में व्यक्ति का उठने से लेकर सोने तक केवल मोबाइल में ध्यान रहता है जिसमें वह विभिन्न प्रकार की एप्लीकेशन और गेमों को अपने मोबाइल में इंस्टाॅल कर मनोरंजित होते रहता है। इन्हीं एप्पलीकेशन और गेमों के माध्यम से यदि आपके खाते में पैसा आ जाये तो क्या बात ? लेकिन यदि इन्ही की वजह से आपके जीवन की गाढ़ी कमाई लूट जावे तो कैसा लगेगा ? कुछ ऐसा ही मामला देवास में देखने को मिला है जहां ऑनलाइन गेम खिलवाने पर एक अंक चुनना पड़ता है और जो अंक पर अधिक पैसा लगा हो उसे साफ्टवेयर कभी नहीं खोलता है। गेम खेलने वाला व्यक्ति आज नही तो कल जीतने की उम्मीद में लगातार पैसा लगाता रहता है और पूरा पैसा कंपनी हड़प कर जाती है। 



एसपी सीएस सोलंकी ने बताया कि बागली में इस संबंध में धोखाधड़ी का मुकदमा इसी वर्ष अप्रैल माह में दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। फरियादी धर्मेन्द्र पटेल, निवासी-शिवाजी नगर इन्दौर ने लिखित आवेदन देकर बताया था कि उसे संजय शर्मा नामक व्यक्ति द्वारा विश्वास मे लेकर उसे मोबाईल पर खेले जाने वाले आनलाइन गेम में रुपये लगाकर जीतने का प्रलोभन देकर लाखों रूपए की ठगी की।


संजय ने धर्मेन्द्र से कहा कि यह गेम मैं तुम्हे सीखा दूंगा, इस गेम को बडे-बडे इन्जीनियर जिनका नाम अरूण सोमन तथा लेस्ली थामसन चलाते हैं। ये दोनों सिद्धार्थ चौरसिया एवं उसका भाई अविनाश चौरसिया की बनाई हुई कंपनी में काम करते हैं। मुझे म.प्र.का कारोबार सौंपा है। जो भी गेम खेलना चाहता है, उनके इमेल से आईडी बनाकर नकद राशि आगे दे दी जाती है। बाद में आईडी और पासवर्ड आता है, जिसके बाद गेम शुरू होता है। सिस्टम ऐसा है कि जो नंबर सबसे ज्यादा बार लगा है, साॅफ्टवेयर उसे खोलता ही नहीं है और लोग ठगे जाते हैं।


आगे जीतने की लालच में लगातार रूपया गंवाने के बाद फरियादी ने पुलिस की शरण ली। मामले में पुलिस अधीक्षक चन्द्रशेखर सोलंकी द्वारा अति.पुलिस अधीक्षक डाॅ.नीरज चौरसिया के निर्देशन में थाना प्रभारी बागली के नेतृत्व में साइबर एवं थाने के कर्मचारियो की टीम को आरोपियो की धर-पकड के लिए आदेशित किया गया। पुलिस टीम ने मामले में आरोपी सिद्धार्थ चौरसिया, निवासी ठाणे महाराष्ट्र को गिरफ्तार कर पूछताछ की। आरोपी ने पूछताछ में अरूण सोमन, लेस्ली थामसन निवासी कोची, केरल से गेम संचालन की जानकारी दी।


अधिकारियों ने पुलिस टीम कोच्ची भेजकर आरोपियों के ऑफिस से 2 लेपटाप व एक हार्ड डिस्क जब्त किए। जांच में पता चला कि एप्लिकेशन खेलो फोर विन कशीनो गेम्स खिलाने के लिए आईडी आवंटित किए गए हैं। एजेंटों के माध्यम से 170 वेबसाईट से राशि प्राप्त करने और सिंगापुर बैंक में जमा करने संबंधी जानकारी भी पुलिस को मिली है। पुलिस मामले में आगे की जांच के साथ फरार आरोपियों की तलाश कर रही है। 


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