मीना बाजार में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन संपन्न सुबह चार बजे तक श्रोताओं ने लिया कवि सम्मेलन का आनन्द
देवास। नगर निगम द्वारा आयोजित 85 वीं दशहरा कृषि कला एवं औद्योगिक प्रदर्शनी मेला (मीना बाजार में) विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया। इन्दौर से पधारी कवियत्री डॉ. भुवन मोहिनी ने माँ सरस्वती की सुन्दर वन्दना की । उसके बाद कानपुर से पधारे हास्य कवि हेमन्त पाण्डेय ने अपने हास्य से कवि सम्मेलन की धुँआधार शुरुआत की। वीर रस के कवि अभय निर्भीक ने अपनी ओज की कविताओं से देशप्रेम की भावना जगाई । हास्यव्यंग्य कवि अशोक भाटी ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं की ख़ूब हँसाया । ओज कवि अब्दुल अय्यूब गौरी की ओज कविताओं को श्रोताओं ने ख़ूब सराहा । व्यंग्यकार तेजनारायण बैचेन ने अपनी व्यंग्य की धार से श्रोताओं से ख़ूब तालियां बजवाई । उसके बाद डॉ. भुवन मोहिनी ने अपने गीत - गज़़लों से समां बाँधा । सुरेन्द्र यादवेंद्र ने अपने हास्य कविताओं से श्रोताओं की ख़ूब गुदगुदाया । देवास के कवि देवकृष्ण व्यास की प्रस्तुति के पश्चात वरिष्ठ कवि शब्द सम्राट सत्यनारायण सत्तन ने अपनी कविताओं से श्रोताओं की आनन्दित किया ।
कवि सम्मेलन के प्रारंभ मे कार्यक्रम के मुख्य अतिथी महापौर सुभाष शर्मा ने उपस्थितजनो को सेबोधित करते हुये कहा कि मेले के माध्यम से हमारी संस्कृति की झलक मिलती है। नगर निगम द्वारा प्रदर्शनी मेले के माध्यम से अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरा आयोजित कर हम शहर की सदभावना का निर्वाहन करते है। उन्होने स्वच्छता मिशन अन्र्तगत प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने मे शहरवासियो के सहयोग की अपील भी की। कार्यक्रम अध्यक्ष देवास शहर कांगेस अध्यक्ष मनोज राजानी ने अपने उद्बोधन मे कहा कि महात्मा गॉधीजी की 150 वी जयंती के अवसर पर शहर को पालिथीन मुक्त बनाने हेतु केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संयुक्त प्रयासो पर प्रकाश डालते हुये इस अभियान को सफल बनाने मे शहरवासियो से अपना अमूल्य योगदान देने का अनुरोध किया। कार्यक्रम मे विशेष रूप से जिला महामंत्री फूलसिह चावडा, नगर मंडल अध्यक्ष ओम जोशी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता संतोष मोदी, जाकीर उल्ला शेख, चंद्रपालसिंह सोलंकी, प्रतिक पंडित, प्रेस क्लब अध्यक्ष श्रीकांत उपाध्याय, पूर्व एल्डरमेन भरत चौधरी, वार्ड पार्षद प्रतिनिधी अजय तोमर आदि उपस्थित रहे। कवि सम्मेलन का संचालन शशिकान्त यादव ने किया । हज़ारों श्रोताओं ने सुबह 4 बजे तक इस विराट कवि सम्मेलन का आनन्द लिया ।
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