मीना बाजार के कार्यक्रमो में स्थानीय कलाकारो को किया गया नजर अंदाज
- नगर निगम के इस रवैय्ये की स्थानीय कलाकारो व संस्थाओ ने की निंदा
देवास। नगर निगम द्वारा प्रतिवर्ष होने वाले मीना बाजार मेले में कला व संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई कार्यक्रम आयोजित कराए जाते हैं, जिनमें कई संस्थाओं के कलाकारों को अपनी प्रतिभा को जनता के सामने प्रस्तुत करने का अवसर मिलता आया है। इस वर्ष भी कई संस्थाओं ने सशुल्क कार्यक्रम की प्रस्तुति हेतु नगर निगम में समय पर आवेदन प्रेषित किए, लेकिन संबंधित अधिकारी द्वारा यह कहकर बात को टाला गया कि अभी लोकल कार्यक्रमों की तारीख तय नहीं हुई है, तारीख तय होते ही आपको फोन करके सूचित किया जायेगा। उक्त आरोप संस्था परवाजे कलम, शब्द सरगम एवं अहबाबे उर्दू अदब ने लगाते हुए कहा कि तारीख तय नहीं होने पर जब संबंधित अधिकारी से हम लोग मिलने पहुंचे तो उनका कहना था कि अब तो मेला खत्म होने वाला है और अब किसी भी तरह के कार्यक्रम नहीं हो सकेंगे। निगम के इस रवैय्ये के विरोध में कुछ पदाधिकारी आयुक्त से मिलने भी गए थे, लेकिन व्यस्त होने के कारण वे मिल न सकीं। इस कारण हमने लिखित आवेदन देकर लोकल कार्यक्रम हेतु आयुक्त से निवेदन भी किया लेकिन उसके प्रतिउत्तर में उनकी चुप्पी बरकरार है।
नगर निगम द्वारा लाखों रुपयों के बजट के अखिल भारतीय कवि सम्मेलन व मुशायरे करवाए गए, जबकि देवास में होने वाले इस तरह के आयोजनों पर पहला अधिकार लोकल कलाकारों का होता है। बाहर के कलाकार आकर पैसा लेकर चले जाते हैं। जबकि लोकल कलाकार अपनी मेहनत व लगन से देवास का नाम रोशन करते हैं। देवास के समस्त कलाकारो के साथ संस्था परवाजे कलम, शब्द सरगम एवं अहबाबे उर्दू अदब नगर निगम के इस रवैये की कड़ी निन्दा करते हैं।
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