एक माह के लिए इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर भारी वाहन प्रतिबंधित, कावड़ यात्रा के आगे-पीछे तैनात रहेंगे पुलिस अधिकारी
खंडवा/खरगोन। सावन माह में कावड़ यात्राएं निकलना शुरू हो गई हैं। इंदौर-इच्छापुर मार्ग से होते हुए एक महीने तक देशभर से आए हजारों कावड़ यात्री ओंकारेश्वर पहुंचते हैं। पहली बार ट्रैफिक प्लान के साथ ही पुलिस ने कावड़ यात्रियों की सुरक्षा का प्लान भी बनाया ___ एसपी डॉ. शिवदयालसिंह ने बताया शहर की सीमा में प्रवेश होते ही जिले की पुलिस कावड़ यात्रियों को सुरक्षा में लेकर ओंकारेश्वर तक जाएगी। बड़ी कावड़ में आगे व पीछे पुलिस अधिकारी व जवान तैनात रहेंगे। पुलिस के मुताबिक सावन माह के दौरान तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में 2 दर्जन बड़ी कावड़ के साथ ही 150 छोटी कावड़ यात्राएं मां नर्मदा का जल भगवान ओंकारजी पर चढ़ाते हैं। इसलिए हाईवे पर सुबह 6 से रात 9 बजे तक भारी वाहनों पर प्रतिबंधित किया है। कावड़ यात्राओं को ध्यान में रखते हुए इंदौर-इच्छापुर मार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है। कलेक्टर तन्वी सुन्द्रियाल ने प्रतिबंधात्मक आदेश के अनुसार खंडवा से इंदौर जाने वाले भारी वाहन खंडवा जिले के देशगांव से खरगोन, धामनोद होते हुए ए.बी. रोड तक पहचेंगे। इसके अलावा इंदौर से चलने वाले भारी वाहन खरगोन जिले से होते हुए खंडवा जिले के देशगांव में प्रवेश कर गंतव्य तक पहुंचेंगे। दूध वाहन, नगर निगम के स्वास्थ्य सेवाओं में लगे वाहन, फायर ब्रिगेड, पानी के टैंकर, सेना के वाहन, विद्युत कंपनी के वाहन, पेट्रोलियम व एलपीजी वाहन, यात्री बसें व कृषि उपज मंडी में सब्जी ले जाने वाले वाहन आदेश से मुक्त रहेंगे। यह आदेश 15 अगस्त तक लागू रहेगा। कावड़ यात्रा के दौरान इच्छापुर से ओंकारेश्वर व इंदौर से ओंकारेश्वर तक एक महीने तक बम भोले का जयघोष गूंजेगा। नर्मदा का जल लाकर कावड़िएं अपने गांव शहर व मोहल्लों में बने शिवालयों में जलाभिषेक के करेंगे। निमाड़ अंचल में कावड़ यात्रा का मुख्य केंद्र ओंकारेश्वर है। यहां पूरे माह धार्मिक माहौल रहता है।
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