नारी शक्ति के बिना श्रष्टि का निर्माण संभव नहीं— वंदना श्री जी
देवास . ब्रह्माण्ड के शून्यकाल में उत्पन्न आद्य शक्ति ने सकल ब्रह्माण्ड की रचना की जिसका नाम राधा है और उसका आकार कृष्ण है। श्रृष्टि की उ?त्पत्ति से लेकर जितने भी लोक और परलोक बने है उनमे जो देवता उत्पन्न हुए वे सभी आद्य शक्ति अर्थात राधा और कृष्ण के एक होने से हुए हैं। संसार की संरचना का मुख्य केन्द्र नारी शक्ति है। बिना नारी की शक्ति के सृष्टि का निर्माण संभव नहीं है। इसी यथार्थ को वर्णित करती है श्रीमद देवी भागवत पुराण । यह आध्यात्मिक विचार कैलादेवी मंदिर उत्सव समिति के तत्वावधान में मन्नुलाल गर्ग द्वारा आयोजित श्रीमद देवी भागवत कथा की पूर्णाहूति के अवसर पर देवी भागवत के रहस्य का वर्णन करते हुए भागवताचार्या वंदना श्री ने व्यक्त किए। कथा प्रसंग के अंतिम सोपान में शक्ति के चमत्कार और देवता की लीला तथा शक्ति के विभिन्न स्वरूपों को सदृश्य वर्णन कर सात दिवसीय कथा को पहली बार अनूठे रूप से देवास में प्रस्तुत किया जिसमें बृज के 50 कलाकारों ने सुंदर सजीव अभिनय कर कथा को रोचक बनाते हुए श्रोताओं का हृदय एंव मानस पटल पर पर अंकित कर दिया। कथा में नारी के सत्यवृत और पतिव्रता होने के दृष्टांतों का वर्णन कर सत्यवान सावित्री की कथा का सुंदर चित्रण किया गया। माता सरस्वती, लक्ष्मी और गंगा के प्रागट्य की कथा के माध्यम से सामाजिक जीवन में मनुष्य के पथ को आलोकित करने वाले संदेशों को व्यक्त किया और बताया कि कथा हमें सत्यनिष्ठ होना सिखाती है जिसे वास्तविक जीवन का आंकलन करना हो तो उन्हें हमारे वेद शास्त्र ओर पुराणों की कथा को आत्मसात करना होगा तभी हम राम और कृष्ण की तरह बनकर अपना और अपने राष्ट्र का कल्याण करने वाले बन सकते हैं। प्रभु की कथा कभी समाप्त नहीं होती हरि अनन्त हैै हरि कथा अनन्त है जब तक कथा है तब तक ही सृष्टि पर आधिशक्ति की कृपा रहेगी।
व्यासपीठ की पूजा मन्नुलाल गर्ग एवं परिवार ने की। प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव पर ख्यात गायक देवेन्द्र पंडित ने रामायण की चौपाईयों को प्रस्तुत कर कथा पांडाल को राममय वातावरण से निर्मित कर दिया। आरती में गणेशीलाल सिंघल, प्रेमचंद गोयल, विष्णु बिंदल, प्रितम गर्ग, रेखा वर्मा,रमण शर्मा, अजबसिंह ठाकुर, मोहन श्रीवास्तव, संजय जोशी, ए के सिंह, ए एम दुबे सहित अनेक गणमान्य उपस्थित थे। कथा का संचालन चेतन उपाध्याय ने किया तथा श्रीमद देवी भागवत की पूर्णाहूति पर ब्रजमोहन अग्रवाल ने आभार व्यक्त किया।
आज से इसी मंच पर दोपहर 3 बजे से वंदना श्री द्वारा 14 से 16 अप्रेल तक नानी बाई के मायरे की कथा की जाएगी।
आज रात्रि 8 बजे कैलादेवी मंदिर परिसर में भव्य भजन संध्या के साथ देवी जागरण होगा जिसमें प्रसिद्ध भजन गायक बाबूलाल राजोरिया एवं साथियों द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। आयोजन समिति ने कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की ।
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