अहं को छोड दो राम कोे पकड लो कैलादेवी मंदिर में रामनवमी सत्संग
देवास। राम के राज्याभिषेक की घोषणा हो गई किंतु कैकई के मतिभ्रम के कारण राम कोे वनवास जाना पड़ा, किंतु भगवान राम ने धैर्य नहीं छोड़ा, मर्यादा नहीं छोड़ी सत्संग नहीं छोड़ा। विमाता के प्रति द्वेष भाव नहीं रखा बल्कि प्रेम भाव रखा। रावण ने शत्रुता दिखाई किंतु राम ने उसको भी सद्गति प्रदान की । अंत मेें फिर राम का राज्याभिषेक हुआ। अर्थात जीवन में कई उतार चढ़ाव आते हैं। किंतु हमें सन्मार्ग नहीं छोड़ना चाहिये। राम को पकड़ कर रखना है। इस प्रकार शुरू से अंत तक हमारा भला ही भला होगा। आज राम नवमी के सत्संग में हमें यही राम मार्ग पकड़ कर रखने का संकल्प लेना है। यह बात संत आशाराम बापू की सतपात्र शिष्या साध्वी तरूणा बहन ने गोकुल गार्डन मिश्रीलाल नगर में राम नवमी सत्संग में कही। उन्होंनेे भोला नाम के राम भक्त की घटित घटना सुनाई कि वे हर काम में जो करेंगेे सो रघुनाथ करेंगे। ऐसा विश्वास रखते हुए सबकोे कहते थे। राम रघुनाथ में उनके अटूट विश्वास का प्रभाव यह रहा कि एक बार साहूकार द्वारा उनपर कर्जा जमा नहीं करने का झूठा इल्जाम लगाने पर भगवान राम खुद बूढ़े बाबा का रूप लेकर कोर्ट में गवाही देने आए और अपने भक्त को बरी करवाया । साध्वी बहन ने भजनों पर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध एवं नृत्यमय कर दिया।
सत्संग में देवास के अलावा नेवरी, शाजापुर, उज्जैन, इंदौर आदि क्षेत्रों से सैकड़ों भक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई । सत्संग में कैलादेवी मंदिर समिति एवं श्री योग वेदांत सेवा समिति के सदस्यों ने संतरा की प्रसादी एवं शरबत की व्यवस्था भी की थी। ऐसी गर्मी में भी भक्तों की संख्या बढ़ती जा रही थी। सत्संग की पूर्णाहूति पर साध्वी बहन के स्वागत की घोषणा हुई किंतु बहन ने बापूजी के श्री चित्र पर माल्यार्पण करवाया। स्वागत सेठ मन्नुलाल गर्ग, दीपक गर्ग, जमियतमल मंघानी, रश्मि श्रीवास्तव, अनामिका गर्ग, याशी दासवानी, दिनेश गोस्वामी एवं ललित गाहिले ने किया। अंत में भगवान राम एवं संत आशाराम बापू की आरती गर्ग परिवार, एडव्होकेट दिनेेश वर्मा, दिनेश जायसवाल एवं विपिन निगम द्वारा की गई। कार्यक्रम का संचालन साधक बी.डी.जामनेरा ने किया। उक्त जानकारी देते हुए समिति के मोहन जोशी ने बताया कि आज भी सत्संग प्रात: 10 बजे से रहेगा। सभी धर्मप्रेमी जनता प्रवचन का लाभ अवश्य लेें।
Comments
Post a Comment