सोसायटी अध्यक्ष ने पत्नी के नाम से 7 एकड़ की फर्जी पावती बनाई, कर्जमाफी में सूची में नाम आने से पकड़ाया


खरगोन। जय किसान कर्जमाफी योजना में दो लाख की ऋण माफी में फर्जी तरीके से लोन के मामलों की जांच में खुलासा हो रहा है। जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर नारायणपुरा सोसायटी में तत्कालीन अध्यक्ष की पत्नी के नाम से फर्जी ऋण पुस्तिका बनाकर 1 लाख 60 हजार का लोन मामला सामने आया है। इसी सोसायटी के चार मामले संदिग्ध है। उनकी जांच की जा रही है। मामले में एक किसान दो साल से शिकायत करता रहा लेकिन किसी ने कार्रवाई नहीं की। उपायुक्त विभाग के जांच अधिकारी इंस्पेक्टर एसएस चौहान ने बताया इदारतपुरा के किसान खूबचंद पाटीदार की शिकायत पर जांच शुरू हुई। इसमें 2013 में तत्कालीन अध्यक्ष राजेश पाटीदार ने अपनी पत्नी संतोषीबाई के नाम से सात एकड़ की जमीन की फर्जी ऋण पुस्तिका बनाई। इसमें हर साल जीरो प्रतिशत ब्याज पर लोन लिया जाता रहा । 2016 में बंधक जमीन के बाद लोन पर प्रतिबंध लग गया। जांच में ओंकार तोताराम के से बी1 व बी2 पाया गया। शिकायतकर्ता ने अध्यक्ष राजेश पाटीदार के साथ प्रबंधक पुरुषोत्तम पाटीदार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि इसमें प्रबंधक की भी मिलीभगत है। इसकी जांच कर कार्रवाई होना चाहिए। शिकायतकर्ता खूबचंद ने बताया पंचायत में सूची चस्पा की गई। इसमें संतोषीबाई के नाम से 1 लाख 60 हजार 626 रुपए का लोन था। मामले में 18 जनवरी को सोसायटी व जिला सहकारी केंद्रीय बैंक को शिकायत की गई। शिकायत के तीन दिन बाद 21 जनवरी को पूरा लोन भरा गया। अफसरों ने कुछ नहीं किया। इसके बाद शनिवार को उपायुक्त सहकारिता विभाग के एसएस चौहान आए। उन्होंने पूछताछ की। चार ऋण पुस्तिकाएं देखी और ले गए। दो दिन कार्रवाई का आश्वासन दिया लेकिन कुछ नहीं हुआ। शिकायतकर्ता खूबचंद पाटीदार ने बताया नारायणपुरा सोसायटी में 1500 किसानों के खाते हैं। इसमें 90 खाते फर्जी ऋण पुस्तिका बनाई है। इसकी जांच होना चाहिए। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में बड़ी संख्या में फर्जी ऋण पुस्तिका बनाई है। जिलेभर में जांच होना चाहिए।


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