निमाड़ उत्सवः महेश्वर में पहली बार गंगा मैया की तरह हुई नर्मदाजी की आरती
महेश्वर। सोमवार रात से तीन दिनी निमाड़ उत्सव की शुरुआत हुई। चिकित्सा शिक्षा एवं संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने नर्मदा पूजन कर दीप जलाया। पहली बार नर्मदा तट पर गंगा मैया की तरह शंख ध्वनि के साथ नर्मदा अष्टक पर 21 छोटी-बड़ी आरतियों से आरती उतारी गई। पांच बड़ी आरती, 5 कपूर आरती व अन्य 11 आरती लेकर मंत्री के अलावा फिल्मी गायक उदित नारायण व नर्मदा भक्त शामिल हुए। काकड़ा आरती के लिए 3 घाट सजाए गए। होशंगाबाद के प्रशांत दुबे व टीम ने व्यवस्था देखी। पूजन व अभिषेक पं. घनश्याम शर्मा ने कराया। शुभारंभ अवसर पर डॉ. साधौ ने कहा कि यह मां नर्मदा का आशीर्वाद ही है निमाड़ उत्सव की शुरुआत में संस्कृति विभाग की कमान मेरे पास थी और 25 साल बाद रजत जयंती वर्ष में विभाग मेरे पास है। पहले निमाड़ विंध्याचल की तलहटी में छिप जाता था। भाजपा की सरकार में पिछले 15 साल में उत्सव की दुर्गति हुई। उत्सव में आज जनपदीय काव्य पाठ व नौका दौड़ होगी। बाबूलाल परिहार का निमाड़ी गायन, साधना उपाध्याय का गणगौर नृत्य, प्रतिभा रघुवंशी व साथियों का मालवा नृत्य, मीनल यू सेवक का डांडिया रास व गरबा नृत्य और जया सक्सेना व साथियों का उप्र मयूर नृत्य होगा।
उदित नारायण ने गाया तेरे नाम हमने किया है जीवन...
रात 9.15 बजे उदित नारायण नारायण मंच पर आए। शुरुआत पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा... गाने से की। रात 10.30 बजे तेरे नाम हमने किया है जीवन अपना...सुनाया। इसके बाद जादू तेरी नजर... गाना सुन श्रोता झूम उठे। इससे पहले रात 8.45 बजे मंच पर शुरुआत हरदा के कलाकार नानू गुर्जर पांजरिया ने की। उन्होंने राष्ट्रीय व फिल्मी गीतों की प्रस्तुतियां दी। शुरुआत जहां डाल डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा वह भारत देश है मेरा... से की।
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