भूतिया बंगले में मिलीं 2 तिजोरियां, देखने के लिए उमड़ पड़े लोग
करीब वर्ष 1920 में बना यह बंगला काफी समय से वीरान है।
खंडवा। गणेश तलाई क्षेत्र में भूतिया बंगले के नाम से पहचाने जाने वाले अंग्रेजों के लाल डाक बंगले में रविवार को दो तिजोरियां मिलने से सनसनी फैल गई। तहसीलदार के नहीं आने से तिजोरी को नहीं खोला जा सकापुलिस ने मैथोडिस्ट संस्था को तिजोरी सौंपी है। करीब वर्ष 1920 में बना यह बंगला काफी समय से वीरान है। लाल बंगले से तिजोरियों को निकालकर पास में मैथोडिस्ट संस्था के पदाधिकारी ने अपने बंगले में रख दिया था। पता चलने पर लोगों ने कोतवाली में सूचना कर दी थी। इसके बाद एसआई लखनलाल मालवीय पुलिसकर्मी के साथ मौके पर पहुंचे और तिजोरियों को बंगले से बाहर ले आए। तिजोरियों के बाहर लाते ही लोग इन्हें देखने के लिए उत्सुक रहे और बड़ी संख्या में लोग इन तिजोरियों को देखने के लिए पहुंच गए। पुलिसकर्मियों ने जैसे-तैसे भीड़ को दूर किया। इसके बाद तहसीलदार को फोन कर तिजोरियों के बारे में जानकारी दी। पुलिसकर्मी शाम करीब 5.20 बजे तक तहसीलदार का इंतजार करते रहे। उनके नहीं आने पर तिजोरियों को मैथोडिस्ट संस्था के एवनजे डिवाइन के सुपुर्द किया गया। ___ इसके साथ ही संस्था के पदाधिकारियों को ताकीद भी दी गई कि तिजोरियां प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी के बिना नहीं खोली जाएं। मैथोडिस्ट संस्था के एवनजे डिवाइन ने बताया कि बंगला काफी पुराना और जर्जर हो गया है। वे करीब 50 साल से तिजोरी को देख रहे हैं। इसे कभी भी खोला नहीं गया है।
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