बसंत पर्व पर भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2018 के मेधावी विद्यार्थियो को किया पुरस्कृत
पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ के साथ हुए विभिन्न संस्कार
• देवास गायत्री शक्तिपीठ साकेत नगर एवं गायत्री प्रज्ञापीठ विजय नगर पर माँ सरस्वती के प्राकट्य दिवस एवं अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक परम पूज्य गुरूदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्यजी के आध्यात्मिक जन्म दिवस के उपलक्ष्य में 9 ओर 10 फरवरी को विभिन्न कार्यक्रम सम्पन्न हुए। गायत्री शक्तिपीठ जनसंचार विभाग के विक्रमसिंह चौधरी एवं विकास चौहान ने बताया कि इस अवसर पर 09 फरवरी को प्रात-6 बजे से सायंकाल 6 बजे तक अखण्ड जप एवं सायंकाल 07 बजे से दीपयज्ञ गायत्री शक्तिपीठ की देवकन्याओं द्वारा कराया गया वसन्त पंचमी को प्रात-8.30 बजे से श्री वेदमाता गायत्री, परम पूज्य गुरूदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी, वंदनीया माताजी भगवती देवी शर्मा एवं देवोव्हान व देवपूजन कर पंचकुण्डीय गायत्री महायज्ञ प्रारम्भ हुआ साथ ही दीक्षा, यज्ञोपवित, विद्यारंभ सहित विभिन्न संस्कार हुए । प्रातः 11.30 बजे गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति पश्चात आरती एवं महाप्रसाद (भन्डारे)का आयोजन हुआ। अपरान्ह 12 बजे से भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के जिला स्तरीय मेधावी पुरस्कार एवं वार्षिक उत्सव के पुरस्कारों का वितरण सम्पन्न हुआ जिसमें जिला स्तरीय एवं तहसील स्तर के विजेता बच्चों को प्रमाण पत्र व नगद राशि भेंट की गई जिसमें जिले में प्रथम कक्षा 12 वीं में तमन्ना चौधरी, एक्सलेंस एकेडमी फरसपुर वहीं कक्षा 10 वीं में अर्जुन राजपूत, कक्षा 7 वीं महिन फिरोज खान, कक्षा 5 वीं में अंशिता धवल आदि गायत्री शक्तिपीठ वार्षिक उत्सव कार्यक्रम के आयोजन में नाटक एवं सामूहिक नृत्य वाले विजेता बच्चों को भी शील्ड प्रदान की गई ।गायत्री परिवार के वरिष्ठ परिजन संतोष शर्मा, कैलाश नारायण पंड्या, महेश पंड्या, कन्हैयालाल मोहरी द्वारा बच्चों को प्रमाण पत्र के साथ राशि प्रदान की गई । इस आध्यात्मिक आयोजन में कर्मकांड का संचालन राजेन्द्रसिंह पटेल के मार्गदर्शन में गायत्री शक्तिपीठ की देवकन्याओं के साथ प्रमोद निहाले, चंद्रिका शर्मा ने किया ।भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा समारोह का संचालन धर्मेन्द्र कुशवाह ने किया आभार केशव पटेल ने माना । गायत्री प्रज्ञापीठ विजय नगर पर प्रात-8.30 बजे से प्रज्ञापीठ की संरक्षिका दुर्गा दीदी के सानिध्य में पंचकुण्डीय गायत्री महायज्ञ किया गया। साथ ही दीक्षा, पुंसवन, विद्यारंभ सहित विभिन्न संस्कार हुए। प्रात- 12.30 बजे गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहूति पश्चात आरती एवं महाप्रसादी का वितरण किया गया। यज्ञ का संचालन ज्ञानदेव बोडखे व प्रखर पोरवाल ने किया एवं संगीत गौरव बर्डे व नितिन बोडखे ने दिया। मुख्य प्रबन्ध ट्रस्टी राजेन्द्र पोरवाल ने आभार माना । कार्यक्रम में महिला मण्डल का विशेष सहयोग रहा। आयोजन में गायत्री परिवार के सुरेंद्र दुबे, हजारीलाल चौहान, लक्ष्मण पटेल, गणेशप्रसाद व्यास का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर सैकड़ों परिजनों ने यज्ञ में आहूति दी एवं महाप्रसादी का लाभ लिया।
Comments
Post a Comment