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आज हम सब बहुत कठिन समय से होकर गुजर रहे है । नाक की सीध में अपने ही रस्ते चलना, स्वयं और परिवार की रक्षा के साथ आत्मसम्मान से जीना मुश्किल होता जा रहा हैआप नौकरी में हों या व्यवसाय में, सामाजिक कामों में रूचि रखते हों या राजनीति, पत्रकारिता, साहित्य या ऐसा ही कुछ और करते हों । हर जगह आपका रास्ता रोकने वाले आपकी हर गतिविधि पर नजर रखे है। एक तरफ तो आजीविका की चिन्ता और दूसरी तरफ लगातार आपका रास्ता रोकने वालों के बनाये जाल काटने की चिन्ता। आज हर तरफ प्रतिस्पर्धा, ईर्ष्या और जलन दिखाई दे रही है । नकारात्मकता से भरे लोग अपने काम से हटकर हरसंभव इस कोशिश में लगे रहते है कि आपका रास्ता रोककर कैसे आपको निराशा के गहन अन्धकार में ले जाया जाए । आपकी प्रतिभा,आपके काम,आपकी ऊर्जा और आपकी सकारात्मकता को ध्वस्त करने के लिए आपका रास्ता रोकने के लिए बेताब लोग खुद नही जानते कि ऐसा करके वे खुद अपना रास्ता बंद कर रहे है । वे मानते है कि उनकी जादूगरी किसी को दिखाई नही दे रही मगर उनकी स्थिति उस शराबी की तरह है जो नशे में होने के बावजूद ये मानता है कि मै होश में हूँ। मेरी बिटिया जब सेकण्ड स्टेंडर्ड में पढती थी तब एक दिन उसने मुझसे कहा पापा क्लास में जब टीचर कुछ पूछती है और मुझे सही जवाब आता है और मै हाथ उपर करती हूँ तो वो अनदेखा कर देती है और मुझे चांस ही नही देती है। उसके बाल सुलभ मन के साथ मुझे भी चोट लगी फिर मैंने कहा बेटे ये शुरुवात है जो उसकी समझ में नही आया । कुछ सालों बाद जब वो पूना के कालेज में एमबीए करने गई तो फिर उसने कहा - पापा क्लास में बड़ी संख्या में हिन्दी और अंगरेजी जानने वालों के बावजूद टीचर मराठी में ही बात करती है। मैंने कहा आप चुपचाप तरीके से अपना काम करती रहो । आज उसकी कान्वेंट टीचर ए फार एप्पल और पूना की टीचर आमची मराठी ही कर रही है जबकि बिटिया अपने होंसलों से सुदूर विदेश में सम्मान के साथ काम कर रही है। एक अंतर्राष्ट्रीय सामजिक संगठन में एक अति महत्वाकांक्षी सज्जन जुड़े और अपनी तिकडम से हर बरस एक पद पर काबिज होने के साथ संगठन के शीर्ष पद को ध्यान में रखकर उन सब लोगों को दरकिनार करना शुरू किया जो अपनी सकारात्मकता के साथ सामजिक कामों को दिल से करना चाहते थे । जब शीर्ष पद की बारी आई तो वहाँ उनसे भी बड़े जादूगर मौजूद थे जिन्होनें उनका रास्ता भी वैसे ही बंद कर दिया जैसे उन्होंने दूसरों का किया था। आज हमे चाहिए कि ऐसे नकारात्मक विचार वालों से दूर रहकर,उन्हें अनदेखा करके, चुपचाप तरीके से अपने काम में लगे रहे, अपनी रूचि के काम को दिल से करते रहें और आप देखेंगे कि उनके रास्ते बंद होते जा रहे है और आपके रास्ते स्वत्त खुल रहे है।
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