महिला सशक्तीकरण राष्ट्र के स्वर्णिम भविष्य का नया सूत्र है
देवास। महिला सशक्तीकरण केवल एक नारा नहीं, अपितु यह तो आज की नारी के जीवन में आत्मविश्वास, आत्मसम्मान तथा आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की एक क्रांति है। पहले कहा जाता था कि प्रत्येक सफल पुरुष के पीछे एक महिला का हाथ होता है किंतु अब यह परिभाषा बदल गई है। अब कहा जाने लगा है कि प्रत्येक सफल कार्य के पीछे एक महिला का हाथ होता है। अब महिला सशक्तिकरण राष्ट्र के स्वर्णिम भविष्य का नया सूत्र है। विकास का अब ऐसा कोई क्षेत्र नहीं बचा जहां महिलाओं ने अपनी योग्यता का परचम न लहराया हो। शासकीय महारानी चिमनाबाई कन्या उमावि में राष्ट्रीय सेवा योजना अंतर्गत आयोजित महिला सशक्तीकरण कार्यक्रम में यह विचार व्यक्त करते हुए जिला अधिकारी आकांक्षा बिछोटे ने उपस्थित छात्राओं को गांव की बेटी, किशोरी बालिका शक्ति योजना, लालिमा योजना सहित शासन की सभी योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर उद्योगपति व न्यू चिल्ड्रेन होम स्कूल की संचालिका डॉ. सुषमा अरोरा ने छात्राओं से आग्रह किया कि वो इतनी योग्यता प्राप्त कर लें कि अपने भाग्य की निर्माता स्वयं बन सकें। साहस और सूझबूझ से जीवन की प्रत्येक कठिनाई पर विजय प्राप्त की जा सकती है। प्राचार्य एफ.बी. मानेकर के निर्देशन में आयोजित कार्यक्रम में स्वागत भाषण अमृता चौधरी ने दिया। भूमिका एनएसएस प्रभारी रुचि व्यास ने प्रस्तुत की। हेमलता पंवार ने अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की प्रेरक कहानी तथा सिमरन शाह ने प्रेरक गीत प्रस्तुत किया। अतिथियों का स्वागत प्रभारी प्राचार्य आदिल पठान ने किया। दीप ज्योति मंत्र जाग्रति मुकाती तथा तेजेश्वरी प्रजापति ने और संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन मुस्कान रवालिया, कशिश अब्बासी और उजमा खान ने किया। आभार नीलम पटेरिया ने माना। संयोजक प्रसून पंड्या व दीपाली मिरजकर थे। इस अवसर पर छात्राओं के साथ विद्यालय परिवार की वेदना चौधरी, जयश्री पिंपले, किरण खीची, डॉ. विनीता शर्मा, रश्मि दुबे, राखी धाड़ी, अर्चना कहार, सरिता पंवार, रामकली मेहरा, एकता श्रीवास्तव, सीमा भटनागर, राजेश तिवारी व ओ.पी. कौशल उपस्थित थे।
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