नहीं तो वोट नहीं , सहेजला के लोगों ने की मतदान के बहिष्कार की घोषणा

 


खंडवा/छैगांवमाखन। चुनाव प्रचार में तेजी आने के साथ ही मतदातों में आक्रोश भी गहराने लगा है। ग्राम सहेजला में छह साल से सड़क का इंतजार कर रहे ग्रामीणों ने मतदान के बहिष्कार की घोषणा की है। इसके पूर्व ग्रामीणों ने जनपद चुनाव में भी मतदान का बहिष्कार किया था। इस बार भी गांव में चुनाव प्रचार के लिए राजनीतिक दलों व नेताओं को गांव नहीं आने की चेतावनी के बोर्ड और सूचना जगह-जगह लिखी गई है। शुक्रवार को ग्रामीणों को समझाइश देने के लिए पहुंची स्वीप टीम को बैरंग लौटा दिया। छैगांव माखन विकासखंड के ग्राम सहेजला में देशगांव से गांव को जोड़ने वाली सड़क खस्ताहाल होने से ग्रामीण रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा बुलंद कर रहे हैं। इसके पूर्व भी ग्रामीण सड़क निर्माण की मांग को लेकर जनपद चुनाव का बहिष्कार कर चुके है। कोई डेढ़ साल पूर्व जनपद चुनाव में एक भी वोट नहीं डाला गया था। गांव मे मतदान के बहिष्कार की सूचना पर शुक्रवार को मतदान जागरूकता के लिए स्वीप टीम पहुंची तो ग्रामीणों ने लामबंद होकर मतदान नहीं करने की बात दोहराते हुए अधिकारी-कर्मचारियों को बैरंग लौटा दिया। स्वीप टीम लीडर आनंद शुक्ला के साथ पहुंचे स्वास्थ्य, शिक्षा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मैदानी कर्मचारियों ने यहां जागरूकता रैली निकालने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण अपनी घोषणा पर अडिग रहकर रोड नहीं तो वोट नहीं की बात पर अड़े रहे। स्वीप टीम में छैगांव माखन के बीएमओ डॉ. विशाल श्रीवास्तव, सुपरवाइजर देवेश मांडले, खालिद हुसैन, मोहन सिंह तंवर, प्रेमेंद्र अटूट, एएनएम रत्नप्रभा तवले, प्रभा तावड़े, ज्योति गुप्ता आंगनवाड़ी कार्यकर्ता चंद्रकांता गौड़ आदि शामिल थे। ग्रामीण दुल्हेसिंह गौड़ का कहना है कि इसके बाद भी किसी अधिकारी और नेता ने ग्रामीणों की समस्या का निराकरण करने की पहल नहीं की। अब विधानसभा चुनाव में ग्रामीणों को मतदान के लिए रिझाने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीणों के विरोध और आक्रोश को देखते हुए अभी तक गांव में चुनाव प्रचार के लिए कोई नेता या राजनीतिक दल के कार्यकर्ता नहीं आए है। पूर्व सरपंच उदय सिंह गौड़ ने बताया कि गांव को देशगांव से जोड़ने वाली पांच किलोमीटर की सड़क नहीं बनने से ग्रामीणों में गुस्सा है। बारिश के दिनों में गांव के पास सड़क का ___ एक हिस्सा तालाब बन जाता है। इस मार्ग से आवाजाही में अकसर दुर्घटनाएं हो रही है। अधिकारी और नेता केवल आश्वासन दे रहे है। ग्राम के कमलेश गौड़ ने बताया कि सड़क खराब होने से बच्चों को पांच किलोमीटर दूर देशगांव भेजने की बजाए 10 किलोमीटर भैरूखेड़ा स्कूल भेजना पड़ रहा है। यदि सड़क नहीं बनी तो कोटितीर्थघाट, चक्रतीर्थघाट, गौमुखघाट, श्रद्धालु पहुंचे 112 लीटर 9900 किग्रा घंटे इंतजार लोकसभा चुनाव का भी बहिष्कार किया जाएंगा। नोटाकाणावधान निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाताओं के लिए ईवीएम मे नोटा का प्रावधान भी रखा है। यदि प्रत्याशियों और अन्य किसी बात को लेकर विरोध है तो मतदाता अपना आक्रोश इसके माध्यम से व्यक्त कर सकता है। मतदान का _ बहिष्कार किसी समस्या का हल नहीं है। स्वीप प्लान अंतर्गत गांव पहुंचकर लोगों का समझाइश दे रहे हैं। शुक्रवार को गांव में जागरूकता रैली निकाल कर समझाइश दी गई। कुछ लोगों द्वारा ग्रामीणों को भड़काया जा रहा है। - आनंद शुक्ला, स्वीप प्लान प्रभारी, पंधाना विधानसभा


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